बॉलीवुड से एक दुखद खबर आ रही है। दिग्गज एक्ट्रेस कामिनी कौशल 98 साल की उम्र में निधन हो गया। कामिनी कौशल के जाने से फिल्म इतिहास का वह दौर भी खत्म हो गया, जो आधुनिक बॉलीवुड के बनने से बहुत पहले शुरू हुआ था। दिग्गज एक्ट्रेस ने अपनी एक्ट्रिंग से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। कामिनी कौशल का करियर सात दशकों से भी ज्यादा लंबा रहा है। हीरोइन के रूप में सफल करियर के बाद, उन्होंने कई फिल्मों में मां के किरदार भी बेहद यादगार अंदाज में निभाए।
उनके निधन की पुष्टि करते हुए, एक सूत्र ने पत्रकार विक्की लालवानी को बताया, "कामिनी कौशल का परिवार बेहद कम जाना जाता है और उन्हें निजता की आवश्यकता है।"
सात दशक से लंबा रहा करियर
कामिनी कौशल का फिल्मी सफर सात दशकों से भी ज्यादा लंबा रहा। ब्लैक एंड व्हाइट दौर से शुरुआत करते हुए उन्होंने दिलीप कुमार और राज कपूर जैसे बड़े सितारों के साथ काम किया। अपने सहज व्यवहार, सादगी और शानदार एक्टिंग के लिए फेमस कामिनी कौशल को उस समय की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में माना जाता था।
कामिनी कौशल का जन्म 24 फरवरी 1927 को हुआ था। उन्होंने 1946 में फिल्म 'नीचा नगर' से बॉलीवुड में कदम रखा। ये फिल्म पहले कान फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीतने वाली एकमात्र भारतीय फिल्म बनी। अपने बेहतरीन एक्टिंग के लिए उन्हें मॉन्ट्रियल फिल्म फेस्टिवल में भी अवॉर्ड मिला, जिससे शुरुआत से ही उन्होंने एक प्रतिभाशाली कलाकार के रूप में अपनी पहचान बना ली।
कामिनी कौशल ने 1940 के दशक के बीच में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की और जल्द ही वे अपनी पीढ़ी की सबसे पसंदीदा अभिनेत्रियों में शामिल हो गईं। 1946 से 1963 के बीच उन्होंने कई यादगार फिल्में कीं, जिनमें उनका स्वाभाविक और सादगी भरा एक्टिंग दर्शकों को बहुत पसंद आया। दो भाई (1947), शहीद (1948), नदिया के पार (1948), ज़िद्दी (1948), शबनम (1949), पारस (1949), नमूना (1949), आरज़ू (1950), झांझर (1953), आबरू (1956), बड़े सरकार (1957), जेलर (1958), नाइट क्लब (1958) और गोदान (1963) जैसी फिल्मों में उनके अभिनय को उनकी बेहतरीन परफॉर्मेंस माना जाता है।
60 के दशक में कामिनी कौशल ने हीरोइन की भूमिकाओं से हटकर अलग किरदार में नजर आई, जिससे उनका करियर और मजबूत हो गया। शहीद (1965) में उनका अभिनय खूब पसंद किया गया। 70 के दशक में भी उन्होंने दो रास्ते (1969), प्रेम नगर (1974), महा चोर (1976) और अनहोनी (1973) जैसी फिल्मों में नजर आईं।