बेंगलुरु में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास 300 एकड़ जमीन पर फॉक्सकॉन (Foxconn) की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी पर काम शुरू हो चुका है। मई 2023 में फॉक्सकॉन ने 300 करोड़ रुपये (3.7 करोड़ डॉलर) में जमीन का अधिग्रहण किया था। ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन को चीन और ताइवान में Hon Hai Precision Industry या Hon Hai Technology group के नाम से और इंटरनेशनली फॉक्सकॉन के नाम से जाना जाता है। यह आईफोन की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरर और सप्लायर है। इसकी शुरुआत 1974 में हुई थी।
कर्नाटक के उद्योग और वाणिज्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एस सेल्वाकुमार ने मंनी कंट्रोल को बताया, "हमने फॉक्सकॉन को आवश्यक जमीन ट्रांसफर कर दी है, और उन्होंने प्रारंभिक निर्माण कार्य शुरू कर दिया है, जो तेजी से प्रगति कर रहा है। हालांकि कोई औपचारिक शिलान्यास समारोह नहीं हुआ है, हो सकता है कंपनी इसे बाद में करे। सभी मुद्दों का समाधान कर लिया गया है, और प्रोजेक्ट तय समय पर है।"
अधिकारियों ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग यूनिट देवनहल्ली तालुक के डोड्डाबल्लापुर में इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी इनवेस्टमेंट रीजन (ITIR) इंडस्ट्रियल एरिया में स्थापित की जा रही है। फॉक्सकॉन इस मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए 8,500 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। इस यूनिट के चलते अगले 10 वर्षों में कर्नाटक में एक लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
अप्रैल 2024 तक शुरू हो सकता है उत्पादन
योजना के अनुसार प्लांट में उत्पादन अप्रैल 2024 तक शुरू होने वाला है और निवेश तीन चरणों में होगा। उम्मीद है कि फॉक्सकॉन पहले चरण (2023-2024) में 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके बाद दूसरे चरण (2025-2026) में 4,000 करोड़ रुपये और तीसरे चरण (2026-2027) में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। मैन्युफैक्चरिंग टार्गेट की बात करें तो दिसंबर 2025 तक iPhone की एक लाख यूनिट, दिसंबर 2026 तक 50 लाख यूनिट, दिसंबर 2027 तक एक करोड़ यूनिट और दिसंबर 2028 तक दो करोड़ यूनिट की मैन्युफैक्चरिंग का लक्ष्य है।