खबरों वाले शेयर, इन पर बनी रहे नजर
शेयरों की हर हलचल पर पैनी नजर रखकर अपने निवेश को सुरक्षित जरूर किया जा सकता है। यहां हम बता रहे हैं ऐसे शेयर जो रहेंगे आज खबरों में और जिन पर होगी बाजार की नजर।
वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में Page Industries का मुनाफा 23.7 फीसदी बढ़कर 115 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में Page Industries का मुनाफा 92.6 करोड़ रुपये पर रहा था।
सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में Page Industries की आय 12.3 फीसदी बढ़कर 775.4 करोड़ रुपये रही है। वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में Page Industries की आय 690.7 करोड़ रुपये रही थी।
सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में Page Industries का एबिटडा 142.7 करोड़ रुपये से बढ़कर 149.1 करोड़ रुपये रहा है जबकि एबिटडा मार्जिन 20.7 फीसदी से घटकर 19.2 फीसदी रहा है।
एस्सार स्टील मामले में फैसला
एस्सार स्टील दिवालिया मामले में SC का फैसला है। NCLT के फैसले पर SC ने रोक लगाई थी। NCLT ने आर्सेलर मित्तल की याचिका मंजूर की थी। आर्सेलर मित्तल ने 42,000 करोड़ की बोली लगाई।
CIPLA को पातालगंगा यूनिट के लिए US FDA से 4 आपत्तियां मिलीं है।
ऑटो स्क्रैपेज पॉलिसी जल्द
ऑटो सेक्टर में नई मांग पैदा करने के लिए जिस स्क्रैपेज पॉलिसी का लंबे समय से इंतजार है, वो जल्द पूरा होने वाला है। CNBC-आवाज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक सड़क परिवहन मंत्रालय ने ऑटो स्क्रैपेज पॉलिसी का ड्राफ्ट कैबिनेट नोट जारी कर दिया है और अगले 2 हफ्ते में इसे कैबिनेट से मंजूरी मिलने की संभावना है।
बता दें कि परिवहन मंत्रालय ने ड्राफ्ट कैबिनेट नोट जारी किया है। सूत्रों के मुताबिक स्क्रैप पॉलिसी को लेकर वित्त, परिवहन, स्टील ,पर्यावरण मंत्रालयों में सहमति बनी है। कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही स्क्रैप पॉलिसी पर अमल शुरू होने की उम्मीद है।
सूत्रों के मुताबिक ऑटो स्क्रैपेज पॉलिसी ड्राफ्ट में पुरानी कमर्शियल गाड़ियों पर सख्ती का प्रावधान है। पुरानी गाड़ी के बदले नई गाड़ी लेने पर कई छूट संभव है। साथ ही रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन चार्ज में छूट का प्रस्ताव है। हालांकि 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियों पर ज्यादा रोड टैक्स चुकाना पड़ेगा। पुरानी गाड़ी रजिस्ट्रेशन रिन्यू पर कई गुना चार्ज है। शुरुआती प्रस्ताव में रजिस्ट्रेशन रिन्यू पर 25 गुना चार्ज देना होगा। बता दें कि इसमें कार, 3-व्हीलर और 3-व्हीलर पॉलिसी में शामिल होगे।
टेलीकॉम इंडस्ट्री की मुश्किलों का असर भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के शेयरों पर साफ नजर आ रहा है। 30 सितंबर को खत्म तिमाही में भारती एयरटेल को कुल 23,045 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसकी एक बड़ी वजह AGR है। AGR के लिए 28,450 करोड़ रुपए का प्रावधान करने से कंपनी को इतना बड़ा लॉस हुआ है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का नेट लॉस (एक्सेप्शनल आइटम से पहले) 1123 करोड़ रुपए था।
इस दौरान कंपनी की आमदनी 4.90 फीसदी बढ़कर 21,131 करोड़ रुपए रही। कॉरपोरेट टैक्स में कमी की वजह से कंपनी को थोड़ी राहत जरूर मिली है। इससे सितंबर तिमाही में कंपनी को 8932 करोड़ रुपए का टैक्स गेन हुआ है। जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह सिर्फ 2632.60 करोड़ रुपए था।
AGR ने टेलीकॉम कंपनियों को तगड़ा झटका दिया है। वोडाफोन आइडिया के दूसरी तिमाही के नतीजों में कंपनी को 50 हजार 922 करोड़ रुपए का घटा हुआ है। इसमें 30,775 करोड़ रुपए का एकमुश्त घाटा शामिल है। कंपनी की आय भी 3.7 फीसदी घटी है। मार्जिन के आंकड़े भी निराशाजनक हैं जो 32.4 फीसदी से घटकर 30.9 फीसदी पर आई है। AGR पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की वजह से कंपनी ने 27,610 करोड़ रुपए की लाइसेंस फीस को भी अकाउंट किया है।
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