बजट एयरलाइन गोफर्स्ट का 3,600 करोड़ रुपये का पब्लिक ऑफर अक्टूबर या नवंबर में आ सकता है। इसके प्रमोटर वाडिया ग्रुप ने अपनी एक कंपनी के खिलाफ मार्केट रेगुलेटर SEBI की इनक्वायरी का समाधान कर दिया है। इस इनक्वायरी की वजह से SEBI ने गोफर्स्ट के IPO को अनुमति नहीं दी थी।
SEBI की इनक्वायरी वाडिया ग्रुप की कंपनी बॉम्बे डाइंग के खिलाफ थी।
एयरलाइन की योजना के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया कि एयरलाइन ने SEBI के सभी प्रश्नों का उत्तर दे दिया है।
गोफर्स्ट को पहले गोएयर कहा जाता था। एयरलाइन की योजना पब्लिक ऑफर से मिलने वाले फंड में से 2,000 करोड़ का रुपये कर्ज चुकाने और लीजिंग कंपनियों को भुगतान में करने की है। बाकी फंड को देश और विदेश में एयरलाइन की फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने के लिए लगाया जाएगा।
एयरलाइन का मानना है कि अक्टूबर तक डोमेस्टिक पैसेंजर ट्रैफिक कोरोना से पहले के लेवल के लगभग 80 प्रतिशत पर आ जाएगा। इसे फेस्टिव सीजन के दौरान पैसेंजर्स की संख्या में अच्छी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।