आइए जानते हैं क्या होते हैं रिटायरमेंट प्लान, क्या हैं इसके फायदे

रिटायरमेंट प्लान क्या होते हैं
रिटायरमेंट प्लान पेंशन प्लान के तौर पर भी जाने जाते हैं। इनमें लोग अपनी नौकरी के दौरान प्रीमियम चुकाते हैं ताकि रिटायरमेंट के बाद उन्हें नियमित रूप से आमदनी होती रहे। इसमें अपनी जरूरत के मुताबिक प्लान चुनने की छूट रहती है। ये खास तरह से डिजाइन किए गए निवेश प्लान होते हैं। इसमें आपको रिटायरमेंट के लिए पैसा इकट्ठा करने की सहूलियत के साथ साथ लाइफ इंश्योरेंस कवर भी मिलता है।
रिटायरमेंट प्लान के तीन चरण
रिटायरमेंट प्लान आम तौर पर तीन चरण माने जाते हैं। एक्युमुलेशन, वेस्टिंग एज और एन्युटी। एक्युमुलेशन की फेज में आप अपना रिटायरमेंट कॉर्पस तैयार करते हैं। इस दौरान आप काम कर रहे होते हैं। वेस्टिंग एज वो उम्र होती है जब आप पेंशन या आमदनी शुरु करना चाहते हैं। एन्युटी उस अवधि को कहते हैं। जब आपको पेंशन या आय मिलना शुरू हो जाती है।
रिटायरमेंट प्लान के दो विकल्प
रिटायरमेंट प्लान में दो प्लान चुन सकते हैं। डेफर्ड या इमीडिएट एन्युटी। डेफर्ड एन्युटी प्लान में आप जब नौकरी कर रहे होते हैं तब पैसा इकट्ठा करते हैं और रिटायरमेंट के बाद उसका इस्तेमाल करते हैं। इसमें आप सिस्टेमैटिक या एक मुश्त प्रीमियम चुका सकते हैं। अगर इमीडिएट प्लान चुनते हैं तो उसमें आप इंश्योरेंस कंपनी को एक साथ -एक मुश्त रकम चुकाते हैं और तुरंत आपकी पेंशन शुरू हो जाती है।
रिटायरमेंट प्लान के अपने फायदे और विशेषताएं
हर रिटायरमेंट प्लान के अपने फायदे और विशेषताएं होती है। लेकिन जो सबमें एक बात एक जैसी है वो ये है कि सब आपको सुनहरे भविष्य की गारंटी करते हैं। पहला ये इनकम रिटायरमेंट के वक्त आपकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरा करती है। दूसरा ये आपको एक मुश्त रकम भी मुहैया करा सकते हैं जब आपको बच्चों की पढाई या शादी जैसी जरूरत हो। तीसरा , अधिकतर रिटायरमेंट प्लान में टैक्स छूट मिलती है । कुछ पॉलिसीज में प्रीमियम पर भी टैक्स छूट मिलती है।
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