Delhi Blast: क्या आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी आंतकी हमले में हुए नुकसान को कवर करती है?

भारत की सभी नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने मिलकर अप्रैल 2002 में इंडियन मार्केट टेररिज्म रिस्क इंश्योरेंस पूल (IMTRIP) की शुरुआत की थी। 9/11 के आतंकी हमलों के बाद इंटरनेशनल रीइंश्योरेंस के टेररिज्म कवरेज वापस लेने के बाद ऐसा हुआ था। IMTRIP का प्रंबंधन GIC Re करती है

अपडेटेड Nov 11, 2025 पर 6:01 PM
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इंश्योरेंस कंपनियां किसी एक लोकेशन पर सिर्फ 2,000 करोड़ रुपये तक का टेररिज्म कवर देती हैं।

दिल्ली में लाल किले के करीब 10 नवंबर को कार धमाके में कम से कम 8 लोगों की मौत की हो गई। 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। जांच एजेंसिया इस धमाके की जांच कर रही हैं। सवाल है कि क्या रेगुलेर इंश्योरेंस पॉलिसी इस तरह के धमाकों में होने वाले नुकसान को कवर करती है?

सभी इंश्योरेंस पॉलिसीज आतंकी हमलों को कवर नहीं करती

यह जान लेना जरूरी है कि सभी Insurance Policies आतंकी हमलों में हुए नुकसान को कवर नहीं करती हैं। कई पॉलिसीज में पॉलिसीहोल्डर को आतंकी हमलों के कवर के लिए अलग से राइडर लेना पड़ता है। कुछ लोग इसके लिए अलग पॉलिसी खरीदते हैं, जिसमें सिर्फ आतंकी घटना से कवर शामिल होता है।


इंडियन मार्केट टेररिज्म रिस्क इंश्योरेंस पूल से होता है पेमेंट

भारत की सभी नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने मिलकर अप्रैल 2002 में इंडियन मार्केट टेररिज्म रिस्क इंश्योरेंस पूल (IMTRIP) की शुरुआत की थी। 9/11 के आतंकी हमलों के बाद इंटरनेशनल रीइंश्योरेंस के टेररिज्म कवरेज वापस लेने के बाद ऐसा हुआ था। IMTRIP का प्रंबंधन GIC Re करती है।

IMTRIP में नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां कंट्रिब्यूट करती हैं

IMTRIP टेररिज्म से जुड़े रिस्क पर रीइंश्योरेंस सपोर्ट देता है। यह पूल रिस्क-शेयरिंग मॉडल पर काम करता है। इंडिया की सभी नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां इस पूल में कंट्रिब्यूट करती हैं। 2023-24 में इस पूल को 1,654.63 करोड़ रुपये की प्रीमियम इनकम हुई थी। इस दौरान 3.12 करोड़ रुपये के क्लेम का सेटलमेंट हुआ था।

एक लोकेशन पर सिर्फ 2000 करोड़ रुपये तक का कवर

इंश्योरेंस कंपनियां किसी एक लोकेशन पर सिर्फ 2,000 करोड़ रुपये तक का टेररिज्म कवर देती हैं। यह पैसा IMTRIP से दिया जाता है। अगर कोई 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का टेररिज्म कवर चाहता है तो उसे स्टैंडएलोन टेररिज्म कवरेज पॉलिसी खरीदनी होगी।

पॉलिसी डॉक्युमेंट में होती है कवर की जानकारी

भारत में ज्यादातर इंश्योरेंस प्लान टेररिस्ट अटैक में होने वाली मौत को कवर करते हैं। अगर कोई पॉलिसी इसे कवर नहीं करती है तो इसके बारे में पॉलिसी डॉक्युमेंट में बताया गया होता है। इसका मतलब है कि अगर किसी व्यक्ति की मौत आतंकी हमले में हो जाती है तो उसके नॉमिनी को पूरा डेथ बेनेफिट मिलेगा।

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कुछ अतिरिक्त पैसे देकर राइडर लिया जा सकता है

अगर आपकी गाड़ी को आतंकी हमले में नुकसान होता है तो कम्पिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस आपके लॉस को कवर कर सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते वक्त यह देखना जरूरी है कि आप जिस पॉलिसी को खरीद रहे हैं, वह टेररिज्म अटैक में होने वाले नुकसान को कवर करता है या नहीं। अगर पॉलिसी इसे कवर नहीं करती है तो कुछ ज्यादा पैसे खर्च कर इसके लिए राइडर लिया जा सकता है।

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