अगर आप शेयर बाजार में एक्टिव रह कर काम नहीं करना चाहते है तो जानिए कुछ बातें
अगर आप शेयर बाजार में एक्टिव रह कर काम नहीं करना चाहते है तो जानिए कुछ बातें
म्यूचुअल फंड बाजार में निवेश करने का सबसे कारगर और असरदार तरीका माना जाता है
म्यूचुअल फंड बाजार में निवेश करने का सबसे कारगर और असरदार तरीका माना जाता है
कुछ निवेशक म्यूचुअल फंड स्कीम के रेगुलर टाइप को चुनते हैं
कुछ निवेशक म्यूचुअल फंड स्कीम के रेगुलर टाइप को चुनते हैं
इस कारण उनका रिटर्न उसी म्यूचुअल फंड स्कीम में डायरेक्ट चुनने वालों से कम रह जाता है
इस कारण उनका रिटर्न उसी म्यूचुअल फंड स्कीम में डायरेक्ट चुनने वालों से कम रह जाता है
ऐसे में आपको रेगुलर और डारेक्ट म्यूचुअल फंड टाइप को जानना चाहिए
ऐसे में आपको रेगुलर और डारेक्ट म्यूचुअल फंड टाइप को जानना चाहिए
रेगुलर म्यूचुअल फंड के तहत किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसा एजेंट के जरिए लगाया जाता है और आपको अपनी राशि में से कुछ हिस्सा कमीशन के रूप में एजेंट को देना होता है
रेगुलर म्यूचुअल फंड के तहत किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसा एजेंट के जरिए लगाया जाता है और आपको अपनी राशि में से कुछ हिस्सा कमीशन के रूप में एजेंट को देना होता है
इसका असर सीधे आपके रिटर्न पर पड़ता है और आपका रिटर्न कम हो जाता है
इसका असर सीधे आपके रिटर्न पर पड़ता है और आपका रिटर्न कम हो जाता है
डायरेक्ट म्यूचुअल फंड के तहत आपका निवेश बिना किसी एजेंट के सीधे म्यूचुअल फंड स्कीम में होता है और आपको अपनी राशि पर किसी भी प्रकार का कमीशन नहीं देना होता है
डायरेक्ट म्यूचुअल फंड के तहत आपका निवेश बिना किसी एजेंट के सीधे म्यूचुअल फंड स्कीम में होता है और आपको अपनी राशि पर किसी भी प्रकार का कमीशन नहीं देना होता है
कमीशन नहीं देने के कारण आपका रिटर्न बढ़ जाता है और सीधे फायदा होता है
कमीशन नहीं देने के कारण आपका रिटर्न बढ़ जाता है और सीधे फायदा होता है
रेगुलर और डायरेक्ट म्यूचुअल फंड स्कीम दोनों के अपने-अपने फायदे हैं
रेगुलर और डायरेक्ट म्यूचुअल फंड स्कीम दोनों के अपने-अपने फायदे हैं