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by shradha tulsyan | SEPT 2
,
2025
जानिए पीपल के पेड़ में पितरों के वास का क्या है धार्मिक महत्व
पितृ पक्ष भाद्रपद कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी से आश्विन मास की अमावस्या तक रहता है। इस साल 2025 में यह 7 सितंबर से 21 सितंबर तक चलेगा।
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धार्मिक मान्यता है कि पितृ पक्ष में पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है।
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पीपल को ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) का निवास स्थान माना जाता है, इसलिए इसके पूजा का विशेष महत्व है।
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सूर्योदय से पहले पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें, फूल समर्पित करें और दीपक जलाएं। शाम या रविवार को पूजा करने से बचें।
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पितृ पक्ष के दौरान पीपल का पौधा लगाना भी उत्तम माना जाता है जो पितृ दोष को दूर कर सुख-समृद्धि लाता है।
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तुलसी और केला के पौधे भी पितृ पक्ष में लगाने और पूजा करने से पितरों की कृपा मिलती है।
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पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से पितरों को आशीर्वाद मिलता है और परिवार से सभी बाधाएं दूर होती हैं।
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