यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा देश के सबसे कठिन एग्जाम में से एक माना जाता है। हस साल लाखों छात्र यूपीएससी की सिविल सर्विसेज, इंजीनियरिंग सर्विसेज, इंडियन फॉरेस्ट सर्विस, कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज और कंबाइंड मेडिकल सर्विसेज जैसे कई एग्जाम देते हैं। लाखों छात्रों में से कुछ चुनिंदा छात्र ही इसके फाइनल लिस्ट में अपनी जगह बना पाते हैं। वहीं कुछ छात्र इस एग्जाम के इंटरव्यू राउंड तक पहुंचने के बाद भी कुछ नबंरो से चूक जाते हैं।
यूपीएससी एग्जाम में इंटरव्यू तक पहुंचने के बाद सेलेक्शन न होने वाले उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। इसका नाम प्रतिभा सेतु योजना है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
क्या है प्रतिभा सेतु योजना
पब्लिक डिस्क्लोजर स्कीम की शुरुआत साल 2018 में हुई थी। ‘प्रतिभा सेतु’ का पूरा नाम 'रिसोर्स एंड टैलेंट इंटीग्रेशन- ब्रिज फार हायरिंग एस्पिरेंट्स' है। पहले इसका नाम पब्लिक डिस्क्लोजर स्कीम (PDS)था। ये एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां उन उम्मीदवारों की प्रोफाइल उपलब्ध कराई जाती है, जिन्होंने यूपीएससी की इंटरव्यू तक पहुंचने के बाद सफल नहीं हो पाए। अभ्यर्थी यदि चाहें तो वो अपनी प्रोफाइल सार्वजनिक करने की अनुमति दे सकते हैं। इसके बाद यूपीएससी उनकी जानकारी रजिस्टर्ड सरकारी और प्राइवेट संस्थानों के साथ शेयर करता है।
सरकारी विभाग, पीएसयू और निजी कंपनियां इसमें रजिस्टर करके वेरिफिकेशन के बाद उम्मीदवारों की प्रोफाइल देख सकती हैं और उन्हें नौकरी का मौका दे सकती हैं। आयोग के अनुसार, इस पोर्टल पर 10,000 से अधिक ऐसे उम्मीदवारों का डाटा मौजूद है
इस योजना में ये एग्जाम है शामिल
इसमें यूपीएससी की कई प्रमुख एग्जाम शामिल हैं, जिसमें उम्मीदवार एग्जाम के सभी चरण पास किए, लेकिन फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना पाए।