Delhi AQI Today: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा में जहर का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है। आज सुबह (6:06 बजे) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 318 रहा, जो 'बहुत खराब' (Very Poor) श्रेणी में आता है। भले ही दिल्ली का आसमान नीला दिख रहा हो, लेकिन वास्तविकता यह है कि यहां के निवासी हर एक सांस के साथ जहरीली हवा को अंदर खींच रहे हैं। दिल्ली की प्रदूषित हवा सिर्फ सांस लेने में दिक्कत ही नहीं, बल्कि धीमी गति से स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाने वाला एक संकट बन गया है।
मुंडका और बवाना में सबसे ज्यादा घुटा दम
दिल्ली के कई इलाके आज भी प्रदूषण के 'रेड जोन' में हैं, जहां की हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' (Severe) श्रेणी के बेहद करीब पहुंच गई है:
बवाना: 367- 'गंभीर' के करीब
मुंडका: 355- 'गंभीर' के करीब
विवेक विहार: 355- बहुत खराब
आनंद विहार: 354- बहुत खराब
जहांगीरपुरी: 349- बहुत खराब
नेहरू नगर: 346- बहुत खराब
इन क्षेत्रों में AQI का 350 के आसपास या उससे ऊपर बने रहना बताता है कि घर से बाहर निकलना स्वास्थ्य के लिए बड़ा जोखिम है। वहीं कुछ इलाके वैसे है जहां की स्थिति थोड़ी बेहतर है। आईजीआई एयरपोर्ट (227), एनएसआईटी द्वारका (223), शादीपुर (262) और आया नगर (267) जैसे इलाकों में AQI थोड़ा कम जरूर है, लेकिन यह भी 'खराब' श्रेणी में आता है, जो अभी भी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में दोगुना हुआ प्रदूषण
ऊर्जा और स्वच्छ वायु अनुसंधान केंद्र (CREA) की एक हालिया रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया गया है। नवंबर में दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर अक्टूबर के मुकाबले लगभग दोगुना हो गया है। इस वृद्धि के कारण राष्ट्रीय राजधानी देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में चौथे पायदान पर पहुंच गई है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान पिछले वर्ष के मुकाबले काफी कम दर्ज किया गया है, लेकिन शहर में हवा की गुणवत्ता फिर भी गंभीर बनी हुई है।
दिल्ली का मौसम भी प्रदूषण को नियंत्रित करने में खास मदद नहीं कर रहा है। रविवार को अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री और न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री कम रहा। आईएमडी ने सोमवार के लिए न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, 'बहुत खराब' श्रेणी की हवा में लंबे समय तक एक्सपोजर से श्वसन संबंधी बीमारियां, अस्थमा के दौरे और हृदय संबंधी समस्याएं गंभीर रूप से बढ़ सकती हैं। बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
N95 मास्क: बाहर निकलते समय अनिवार्य रूप से N95 मास्क का इस्तेमाल करें।
आउटडोर गतिविधि टालें: सुबह की वॉक या आउटडोर एक्सरसाइज से बचें, क्योंकि इससे फेफड़ों में जहरीले कण अधिक मात्रा में जा सकते हैं।
वेंटिलेशन नियंत्रण: घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें और वेंटिलेशन को नियंत्रित रखें।