UP News: सात लाख फॉलोअर्स वाली 22 वर्षीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मुस्कान मिश्रा को संजवादी पार्टी से निकाल दिया गया है। मुस्कान समाजवादी पार्टी (SP) के महिला विंग में एक उभरता हुआ चेहरा मानी जाती थीं। लेकिन अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास से उनकी एक छोटी सी मुलाकात और आशीर्वाद लेने की एक वायरल वीडियो ने SP महिला सभा की राष्ट्रीय सचिव के रूप में उनके छोटे कार्यकाल को अचानक समाप्त कर दिया है। आइए आपको बताते हैं कौन है मुस्कान मिश्रा और SP ने क्यों दिखाया उन्हें बाहर का रास्ता।
महंत से मुलाकात बनी मुसीबत
मुस्कान मिश्रा की राजनीतिक यात्रा तेजी से शुरू हुई थी। उन्हें जुलाई में SP महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह द्वारा राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया था और युवा मतदाताओं के बीच डिजिटल जुड़ाव बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मुस्कान मिश्रा ने अपने सहयोगी सूरज पांडेय के साथ 13 अक्टूबर को अयोध्या में महंत राजू दास से मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। रविवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए इस वीडियो ने पार्टी के भीतर हंगामा मचा दिया। राजू दास वही पुजारी हैं जिन्होंने पहले SP संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लिए प्रयागराज महाकुंभ के दौरान कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था।
अखिलेश यादव ने जताई नाराजगी
उनके महंत राजू दास के मुलाकात के इस वीडियो पर SP प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखी नाराजगी व्यक्त की, जिसके कुछ ही घंटों के भीतर मिश्रा को उनके पद से हटा दिया गया। जूही सिंह द्वारा जारी पत्र में कहा गया, 'आपको तत्काल प्रभाव से समाजवादी पार्टी महिला सभा के राष्ट्रीय सचिव के पद से मुक्त किया जाता है। नेताजी मुलायम सिंह यादव हमारे लिए हमेशा प्रेरणा बने रहेंगे।' हालांकि, कुछ SP नेताओं ने बाद में स्पष्ट किया कि मिश्रा को उनकी शादी के कारण आधिकारिक तौर पर पद से मुक्त किया गया है, न कि अयोध्या की घटना के कारण।
मुस्कान मिश्रा ने दी सफाई
मुस्कान मिश्रा ने बर्खास्तगी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह जिस महंत से मिल रही थीं, उन्होंने पहले पार्टी संस्थापक के खिलाफ टिप्पणी की थी। मुस्कान ने कहा, 'मुझे साजिश का शिकार बनाया गया है। अगर मुझे पता होता तो मैं कभी वहां नहीं जाती। मैं पद खोने से परेशान नहीं हूं, लेकिन मेरा पक्ष सुने बिना यह फैसला लिया गया।' उन्होंने वीडियो से आहत हुई भावनाओं के लिए माफी भी मांगी।
क्या है महंत राजू दास के बयान को लेकर विवाद
यह विवाद इस साल की शुरुआत में तब शुरू हुआ था जब महंत राजू दास ने मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव के नाम से बने एक पैरोडी अकाउंट के ट्वीट पर एक आपत्तिजनक टिप्पणी के साथ रीट्वीट किया था। इसके बाद SP कार्यकर्ताओं ने पूरे उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया था।