Gold Price Today: सोने की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिला है। एमसीएक्स पर सोने की कीमत 1.16 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार करती नजर आई। वहीं इंटरनेशन मार्केट में सोने का भाव पहली बार $3840 के पार निकला है जो अगस्त 2011 के बाद सोने में अब तक का सबसे मजबूत महीना है। दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा भी मजबूत होकर 3,877 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
एमसीएक्स पर 05 दिसंबर, 2025 को समाप्त होने वाला सोना वायदा 0.97% बढ़कर 1,17,484 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि 05 दिसंबर, 2025 को समाप्त होने वाला चांदी वायदा 0.58% बढ़कर 1,43,980 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया।
दरअसल अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती, कमजोर डॉलर, महंगाई और मंदी का डर, साथ ही चीन, रूस और भारत जैसे देशों की केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीदारी जैसे कई चीजें सोने में तेजी का बड़ा कारण बन कर उभरी है।
बाजार जानकारों का कहना है कि कम ब्याज दर की उम्मीदें और राजनीतिक अनिश्चितता बुलियन की गति को सपोर्ट दे रही हैं। वहीं डॉमेस्टिक फैक्टर्स भी सोने की रैली को बढ़ावा दे रही है।
अमेरिका और यूरोप में महंगाई ऊंची बनी हुई है और मंदी का खतरा भी मंडरा रहा है। ऐसे माहौल में गोल्ड को ‘इन्फ्लेशन हेज’ और सुरक्षित विकल्प माना जा रहा है। वहीं चीन, रूस, भारत और ब्राज़ील जैसे देशों के केंद्रीय बैंक लगातार सोने के रिज़र्व बढ़ा रहे हैं।
इस बीच खबर है कि लोन स्विच करने की शर्तों में ढील दी गई है। फ्लोटिंग से फिक्स्ड रेट में स्विच करने की शर्तों में ढील दी गई है। ज्वेलर्स के लिए लोन की शर्तें आसान की गई । गोल्ड मेटल लोन को आसान बनाने का प्रस्ताव है। नए दिशानिर्देशों के तहत बैंकों को फ्लोटिंग-रेट लोन पर स्प्रेड कम करने की अनुमति होगी, भले ही मौजूदा तीन साल की लॉक-इन अवधि पूरी न हुई हो।
मेहता इक्विटीज के उपाध्यक्ष (कमोडिटीज) राहुल कलंत्री ने कहा कि रुझान ऊपर की ओर बना हुआ है, क्योंकि सोना वैश्विक और भारतीय दोनों बाजारों में प्रमुख समर्थन स्तरों से ऊपर कारोबार कर रहा है। हालांकि निवेशकों का निवेश भौतिक सोने से बढ़कर एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड और डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे उपकरणों की ओर बढ़ रहा है, विश्लेषकों का कहना है कि इस धातु का आकर्षण अनिश्चितता के दौरान मूल्य के भंडार के रूप में इसकी भूमिका से जुड़ा हुआ है। हाल के वर्षों में केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ने भी संरचनात्मक मांग में योगदान दिया है।
वामन हरि पेठे आशीष पेठे ने कहा कि तेजी के बाद भी सोने की मांग बनी हुई है। सोने का भाव 1.20 लाख रुपये प्रति के ऊपर भी जा सकता है। कीमतों में स्थिरता आने पर मांग बढ़ने की उम्मीद है। दीवाली पर वॉल्यूम थोड़ी कम रह सकती है। सोने की कीमतों में आगे भी तेजी की उम्मीद है । दशहरे के बाद अपने सोने की प्राइस स्टेबल होती है तो दीवाली में अच्छी होगी। क्योंकि लोग कीमतों में स्थिरता आने का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा नए नियम सोने में स्थिरता आने पर GML की मांग बढ़ने की उम्मीद है। ज्वेलर्स हमेशा वॉल्यूम का स्टॉक मेनटेन रखते हैं। FOMO में आकर सोने में निवेश ना करें।
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