भारत में पिछले दो साल में सोने की कीमतों (Gold prices) में काफी तेजी आई है। वैसे भी सोना खरीदना और बेचना एक कॉमन प्रैक्टिस है। भारत में सोने के गहने (Gold Jewellery) बेचने और खरीदने के कई सारे ऑप्शन मौजूद हैं। लेकिन कई कई बार ऐसा होता है कि जब आप सोना बेचने जाते हैं तो ज्वैलरी शॉप वाले आपसे अपनी शर्तों के मुताबिक सोना खरीदना चाहते हैं। वे कई बार वेस्टेज (wastage) या मेल्टिंग चार्ज (melting charge) के रूप में काफी पैसा काट लेते हैं। ऐसे में आपको आपके सोने की 60-65% ही कीमत मिल पाती है। इसलिए जरूरी है कि जब भी आप सोना खरीदें, उसका बिल संभालकर रखें। इसमें आपके सोने की शुद्धता, कीमत इत्यादि के बारे में सारी जानकारियां होती हैं। इससे आप कम से कम डिडक्शन में अपना सोना बेच सकते हैं।
लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आपके गोल्ड ज्वैलरी या सोने के सिक्के का बिल कहीं खो जाता है या आपको सोना किसी ने उपहार में दिया हो, ऐसी स्थिति में ज्वैलर्स आपसे मनमाने तरीके से सोना खरीदना चाहते हैं। सरकार ने बिना बिल और बिना हॉलमार्क के सोने की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी है। सोने का बिल नहीं होने की स्थिति में आपके पास क्या विकल्प हैं, आइए जानते हैं...
सोने के बदले में सोना एक्सचेंज करने का विकल्प
अगर आपको पास किसी कारणवश गोल्ड ज्वैलरी या सोने के सिक्के या गोल्ड बार का बिल नहीं है तो घबराने का जरूरत नहीं है। आप बिल के बिना भी अच्छी कीमत पर सोना बेच सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको किसी रजिस्टर्ड और भरोसेमंद ज्वैलरी स्टोर पर जाना होगा जहां आप अपने सोने के बदले में सोना एक्सचेंज करके फिर उसे बेच सकते हैं। ये ज्वैलरी स्टोर आपके सामने ही आपके सोने को पिघलाकर उसका वजन मापते हैं और उसकी शुद्धता जांचते हैं। हालांकि, इसके बदले वे आपसे मेल्टिंग चार्ज और मेकिंग चार्ज वसूल करते हैं। अगर आप सोना बेच रहे हैं या एक्सचेंज कर रहे हैं तो आपने जिस दुकान से सोने की खरीददारी की है वहीं पर उसे बेचना ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे आपको सोने की लगभग वही कीमत मिल सकती है जितने में आपने उसे खरीदा है। लेकिन अगर आपने सोना किसी बैंक से खरीदा है तो आप दोबार बैंक को अपना सोना नहीं बेच सकते, क्योंकि बैंक इसमें ट्रेड नहीं करते हैं।
बेचने से पहले सोने की कीमत पता करें
भारत में कई ऐसी सोना खरीदने वाली कंपनियां हैं जो वैलिड आईडी प्रूफ दिखाने पर सोने के बदले कैश देती हैं। अधिक जरूरी होने पर आप इन कंपनियों को अपना सोना बेच सकते हैं। लेकिन इसमें आप ध्यान रखें कि सोना खरीदने वाली कंपनी रजिस्टर्ड है या नहीं, धोखाधड़ी से बचने के लिए रजिस्टर्ड कंपनी के पास ही सोना बेचें। इससे आपको अच्छे दाम मिलेंगे। कभी भी सोना बेचने से पहले बाजार में उसकी कीमत का पता जरूर कर लें। अलग-अलग ज्वैलर्स के यहां सोने की अलग-अलग कीमतें होती हैं। ऐसे में पहले से इस बात की जानकारी आपको सोने की ज्यादा से ज्यादा कीमत दिलाने में मदद करेगी।
सोने पर हॉलमार्क होना जरूरी
सोने को बेचने से पहले आपको उसकी शुद्धता के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। ज्यादातर ज्वैलर 91.6 प्रतिशत मात्रा वाले 22 कैरेट सोने को खरीदने को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे सोने पर 915 हॉलमार्क का चिह्न लगा होता है। आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपके सोने पर हॉलमार्क का चिह्न लगा है या नहीं। अगर नहीं है तो आप अपने नजदीकी रजिस्टर्ड बीआईएस सेंटर (Bureau of Indian Standards -BIS) पर जाएं और सोने की हॉलमार्किंग कराएं। इससे आपको सोने की सही कीमत मिल जाएगी।
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