Afghanistan-Taliban Crisis: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान में एयरपोर्ट सेवाएं बहाल होने के बाद काबुल से फिर निकासी का काम शुरू होगी। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि वर्तमान में काबुल एयरपोर्ट चालू नहीं है। एयरपोर्ट सेवाएं फिर से शुरू होते ही हम काबुल से लोगों को निकालने के लिए अपना अभियान फिर से शुरू करेंगे।

इस दौरान बागची ने कहा कि अफगानिस्तान में किस तरह की सरकार बन सकती है इसके बारे में हमें कोई विस्तार से जानकारी नहीं है। तालिबान के साथ बैठक के बारे में मेरे पास कोई अपडेट नहीं है।

इसके अलावा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह हां और ना की बात नहीं है (तालिबान के साथ आगे की बैठकों के रोडमैप पर)। हमारा उद्देश्य है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि के लिए न हो।

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आपको बता दें कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर आत्मघाती हमले में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की घटना के बाद भारत ने कहा था कि उसका पूरा ध्यान अफगानिस्तान से शेष भारतीयों को वापस लाने पर है और तालिबान को मान्यता देने या नहीं देने का सवाल अभी प्रासंगिक नहीं है क्योंकि पड़ोसी देश में सरकार गठन को लेकर अभी स्पष्टता की कमी है।

अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत का पूरा ध्यान अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को वापस लाने पर है। उन्होंने बताया कि अब तक छह उड़ानों से 550 लोगों को भारत वापस लाया गया है, जिसमें से 260 भारतीय नागरिक हैं।

अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद अब तालिबान कल यानी शुक्रवार को नई सरकार का ऐलान करेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान की ओर से नई सरकार का ऐलान जुमे की नमाज के बाद किया जाएगा।

आपको बता दें कि 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान को अपने नियंत्रण में ले लिया। अमेरिकी सैनिक भी सोमवार की रात अफगानिस्तान से बाहर निकल गई।

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