Rising Bharat Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि ये नया भारत आतंक के जख्म को नहीं सहता है, बल्कि आतंक के जख्म देने वालों को पूरी ताकत से सबक भी सीखाता है। नेटवर्क18 के Rising Bharat Summit में प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंक के सरगना हो या विकास और शांति की चाहत रखने वाले देश हों, सबने 'Rising Bharat' अनुभव किया है। जो हमें आतंकी हमलों के जख्म देते थे, उनकी क्या हालत है ये देशवासी भी देख रहे हैं और दुनिया भी देख रही है।
उन्होंने कहा, "सरकार पिछले 10 साल के अपने प्रदर्शन का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रही है। हम अगले 25 साल का रोडमैप बना रहे हैं। हम अपने तीसरे कार्यकाल के शुरुआती 100 दिनों के लिए भी योजना बना रहे हैं।"
'21वीं सदी को भारत की सदी मानता है विश्व'
PM मोदी ने कहा, "आज पूरा विश्व 21वीं सदी को भारत की सदी मानता है। बड़ी-बड़ी रेटिंग एजेंसियां और अर्थशास्त्री उभरते भारत को लेकर आश्वस्त हैं। ऐसा क्यों है कि वे कोई सवाल नहीं उठा रहे हैं? ऐसा इसलिए क्योंकि पूरी दुनिया देख रही है कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने कैसे बड़े बदलाव लाए हैं।"
उन्होंने कहा, "आज हम विकिसत भारत और आत्मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं। सिर्फ 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। भारत की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर से 5वें नंबर पर पहुंच गई है। अभी तो ये कुछ भी नहीं है, अभी तो और भी आगे जाना है।"
विपक्ष गरीबों को भी गाली देता है- PM मोदी
मोदी ने कहा, "सिर्फ अपने लिए ही जिए तो क्या जिए, जीना है तो देश के लिए और मरना भी है तो देश के लिए।"
पीएम मोदी ने कहा कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए काम करते हुए, सरकार ने "10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को हटा दिया है, और कहा है कि गरीबों को उन योजनाओं से वंचित किया जा रहा है जो उनके लिए बनाई गई थीं।"
उन्होंने आगे कहा, "गरीब मुझे आशीर्वाद देते हैं... यही कारण है कि वे (विपक्ष) गरीबों को गाली भी देते हैं... और इसीलिए, राष्ट्र ने तय किया है कि 'फिर एक बार, मोदी सरकार'।"
पीएम मोदी ने कहा कि जो देश कभी दुनिया में अपनी साख खो रहा था, जिस देश के नागरिक का 2014 से पहले विश्वास उठ गया था, उस देश में एक ऐसी सरकार थी, जो हर घोटाले को डिफेंड करती थी. लेकिन, हमारी सरकार सभी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। आज शक्तिशाली और भ्रष्ट नेता पूछ रहे हैं कि ED, CBI जैसी एजेंसियां उन्हें क्यों निशाना बना रही हैं। पिछले 10 सालों में यही बदलाव आया है।"