नए किसान कानूनों के खिलाफ भले ही आंदोलन चल रहा हो लेकिन कई स्टार्टअप इन कानूनों के आने के पहले से ही कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि उनका दायरा अभी छोटा है। लेकिन किसानों को इनमें अपना बेहतर भविष्य नजर आने लगा है।
नए किसान कानूनों के खिलाफ भले ही आंदोलन चल रहा हो लेकिन कई स्टार्टअप इन कानूनों के आने के पहले से ही कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि उनका दायरा अभी छोटा है। लेकिन किसानों को इनमें अपना बेहतर भविष्य नजर आने लगा है।
लंबे समय से गन्ने की खेती करने वाले योगेंद्र चौधरी इन दिनों फल सब्जियां उगाने में जुटे हैं। इसके पीछे वजह है एग्रीटेक स्टार्टअप फार्मर्स फैमिली, जो इन्हें फसल की बुआई से लेकर मार्केटिंग तक में मदद करता है।
दरअसल, होटल, रिजॉर्ट चलाने वाले विकल कुलश्रेष्ठ का धंधा लॉकडाउन में पूरी तरह चौपट हो गया था। फिर इन्होंने फार्मर्स फैमिली के नाम से स्टार्टअप शुरू किया। जो किसानों के साथ कॉन्ट्रैक्ट करता है। ये किसानों को बताते हैं कि उनकी मिट्टी में कौन सी फसल की उपज अच्छी होने वाली है। अच्छी क्वालिटी के बीज मुहैया कराते हैं। आधुनिक तकनीक से बुआई से लेकर कटाई तक का इंतजाम किया जाता है। फल, सब्जी तैयार होने के बाद नई टेक्नोलॉजी से लैस मशीनों से उसकी पूरी साफ सफाई भी की जाती है।
फार्मर्स फैमिली ऐप पर किसान अपनी फसल बेचते हैं और ग्राहक इस ऐप के जरिए ऑनलाइन ऑर्डर करके सीधे इसे अपने घर मंगा सकते हैं। फिलहाल इन्हें रोजाना 1200 ऑर्डर मिल जाते हैं लेकिन इस सेक्टर में दूसरे बड़े स्टार्टअप से मुकाबला करना इनके लिए आसान नहीं होगा। हालांकि सीड फंडिंग मिलने से उत्साहित इस स्टार्टअप ने दो ऑफलाइन स्टोर भी खोले हैं।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook (https://www.facebook.com/moneycontrolhindi/) और Twitter (https://twitter.com/MoneycontrolH) पर फॉलो करें।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।