वित्त वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही और FY21 के GDP के आंकड़े जारी होने से पहले शेयर मार्केट में आज जबरदस्त तेजी दिखी। BSE का सेंसेक्स (Sensex) आज 1% यानी 514.56 अंकों की तेजी के साथ 51,937.44 अंकों पर बंद हुआ। वहीं, NSE का Nifty भी 0.95% यानी 147.14 अंकों की बढ़त के साथ 15,582.80 अंकों पर बंद हुआ।

इस बीच वेटरन मार्केट एक्सपर्ट और बोर्करेज एंड इंवेस्टमेंट फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal) ने अगले 10 साल में Sensex के 2 लाख अंकों को आंकड़े को पार करने की उम्मीद जताई है। इसी के साथ रामदेव अग्रवाल ने यह उम्मीद भी जताई कि भारत FY29 तक 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

मोतीलाल ओसवाल के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल ने कहा कि BSE के फ्रंटलाइन इंडेक्स सेंसेक्स का एनुअल ग्रोथ रेट अभी के मौजूदा स्तक से 15% CAGR रहने की संभावना है। उन्होंने एक नोट में कहा कि इंडियन इकोनॉमी का नॉमिनल GDP ग्रोथ रेट 12% से 13% के बीच रहने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि 15% CAGR के साथ सेंसेक्स अगले 10 साल में 2 लाख अंकों को आंकड़े को छू सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में Sensex का सालाना ग्रोथ रेट 11% CAGR रहा है, जबकि इस दौरान नोटबंदी और कोरोना वायरस महामारी के साथ IL&FS के डूबने सहित कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिससे शेयरमार्केट की स्पीड पर ब्रेक लगा।

रामदेव अग्रवाल ने कहा कि भारत का मजबूत फेडरस स्ट्रक्चर, यूथ से डोमिनेटेड काफी बड़ा घरेलू बाजार, डिजिटलाइजेशन में बढ़ोतरी, बड़ा विदेशी मुद्रा भंजार और देश में डॉलर के इनफ्लो में मजबूती सेंसेक्स को अगले 10 साल में इस मुकाम पर ले जाने में काफी मदद करेंगे। साथ ही कम इंटरेस्ट रेट, क्रूड ऑयल की कीमतों में कमी के साथ करेंट अकाउंट डेफिसिट में गिरावट और एक स्टेबल गवर्मेंट होने से भारतीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।

रामदेव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी टेम्पररी रुकावट है और वैक्सीन के रोलआउट होने से इसके खात्मे की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था में K शेप रिकवकी की उम्मीद जताई और कहा कि बड़े बिजनेस हाउसेस जल्दी कोविड को प्रभावों से रिकवर करेंगे।

उन्होंने निवेशकों से कहा कि आईटी, प्राइवेट बैंकिंग और प्राइवेट इंश्योरेंस जैसे सेक्टर्स में वैल्यू माइग्रेशन होने वाला है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट इंश्योरेंस उभरता और चमकता हुआ सेक्टर है है इसमें सरकारी कंपनियों से प्राइवेट कंपनियों में माइग्रेशन होने की उम्मीद है। इकोनॉमी के खुलने के बाद वे ऑटो, पेंट्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर को लेकर पॉजिटिव हैं।

सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook (https://www.facebook.com/moneycontrolhindi/) और Twitter (https://twitter.com/MoneycontrolH) पर फॉलो करें।