Arisinfra Solutions IPO Listing: कंस्ट्रक्शन और इंफ्रा कंपनियों को मैटेरियल्स मुहैया कराने वाले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म एरिसइंफ्रा सॉल्यूशंस के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 2 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹222 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹209.10 और NSE पर ₹205.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि उनकी पूंजी ही करीब 7% घट गई। आईपीओ निवेशकों की और झटका तब लगा, जब शेयर और नीचे आए। टूटकर BSE पर यह ₹171.50 (Arisinfra Share Price) पर आ गया। दिन के आखिरी में यह BSE पर ₹174.10 पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक करीब 22% घाटे में हैं।
Arisinfra Solutions IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
एरिसइंफ्रा सॉल्यूशंस का ₹499.60 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 18-20 जून तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 2.80 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.50 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 3.32 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 5.90 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹2 की फेस वैल्यू वाले 2,25,04,324 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹204.60 कर्ज चुकाने, ₹177.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, ₹48 करोड़ सब्सिडरी बिल्डमेक्स-इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड की वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए इसमें निवेश और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Arisinfra Solutions के बारे में
वर्ष 2021 में बनी एरिसइंफ्रा सॉल्यूशंस एक मॉडर्न प्लेटफॉर्म है जो कंस्ट्रक्शन और इंफ्रा कंपनियों को मैटेरियल्स की खरीदारी आसान करती है और फाइनेंस को भी मैनेज करने में आसानी होती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में जीआई पाइप (स्टील), एमएस वायर (स्टील), एमएस टीएमटी बार (स्टील), ओपीसी बल्क (सीमेंट) इत्यादि हैं। वित्त वर्ष 2022 से वित्त वर्ष 2024 तक कंपनी ने 1.05 करोड़ टन एग्रीगेट्स, रेडी-मिक्स कंक्रीट, स्टील, सीमेंट, कंस्ट्रक्शन केमिकल्स और वालिंग सॉल्यूशंस की डिलीवरी देश के 963 पिनकोड में की। इसके क्लाइंट्स कैपेसाइट इंफ्राप्रोजेक्ट्, जे कुमार इंफ्राप्रोजेक्ट्स, एफकॉन्स इंफ्रा और ईएमएस इत्यादि हैं। एरिसयूनिटर्न री सॉल्यूशंस इसकी सब्सिडरी है जो रियल एस्टेट डेवलपर्स को वैल्यू-एडेड सर्विसेज देती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे ₹6.49 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर ₹15.39 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹17.30 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी के रेवेन्यू की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे ₹453.77 करोड़, वित्त वर्ष 2023 में ₹754.44 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹702.36 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे ₹6.53 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹557.76 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।