Asian market : अमेरिका में कमजोर रोजगार आंकड़ों के कारण शेयर बाजारों में गिरावट आई है। इससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई है। एशियाई शेयरों में सातवें दिन भी बिकवाली जारी देखने को मिल रही है। जापान के शेयरों में 2 फीसदी से ज़्यादा की गिरावट के कारण MSCI एशिया-पैसिफिक इंडेक्स 0.3 फीसदी गिर गया। कैपिटल गेन टैक्स में संशोधन की अटकलों के बीच दक्षिण कोरियाई शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा। शुक्रवार को बॉन्ड बाज़ार में बढ़त कम हुई। ओपेक+ द्वारा उत्पादन में भारी बढ़ोतरी के दौर के बाद तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। डॉलर में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई,जबकि सोने में 0.3% की गिरावट दर्ज की गई।
इस स्थिति से पता चलता है कि अमेरिका में बढ़ती बेरोजगारी और रोजगार सृजन की धीमी गति के कारण शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट पर आई भारी गिरावट का असर ग्लोबल बाजारों पर अभी भी पड़ रहा है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ तूफान का सामना कर सकने की अटकलों के बीच अमेरिकी शेयरों में लगातार तीन महीनों से जारी तेजी के बाद कमजोर आंकड़े निवेशकों की चिंता बढ़ा रहे हैं।
मेलबर्न स्थित कैपिटल डॉट कॉम के सीनियर मार्केट एनालिस्ट काइल रोडा ने कहा "अचानक,अमेरिकी अर्थव्यवस्था के विकास पर सवाल उठने लगे हैं।" उन्होंने कहा कि सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना के बावजूद,"बाज़ारों में जोखिम उठाने की भावना कम हुई है, जिससे पता चलता है कि बुरी ख़बरें तो बुरी ख़बरें ही होती हैं।"
शुक्रवार को एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.6% की गिरावट के साथ बंद हुआ था। वहीं, टेक हैवी नैस्डैक 100 में 2 फीसदी की गिरावट आई थी। ये इन दोनों बेंचमार्क इंडेक्सों की महीनों में सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट थी।
शुक्रवार को अमेरिका की 10-ईयर ब्याज दर में 16 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई। जबकि ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील दो-ईयर ब्याज दर में 28 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई। यह तेज गिरावट इस बात की बढ़ती उम्मीद का संकेत है कि फेड अपनी पिछली बैठक में उधारी लागत को स्थिर रखने के बाद सितंबर की बैठक में ब्याज दरों में कटौती करेगा।
अमेरिका में आए नौकरियों के आंकड़ों के बाद, कुछ मार्केट जानकार यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि फेड दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकता है,जो कि अब तक की दर से दो गुनी है। हैरिस फाइनेंशियल ग्रुप के जेमी कॉक्स ने कहा "सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना है और हो सकता है कि 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जाए।"