मार्केट में निवेश करने की सलाह ले रहे हैं या अपनी कमाई गंवा रहे हैं, ऐसे गुरु घंटालों के चक्कर में आप तो नहीं फंसे!

स्कूल में मार्केट का पाठ पढ़ाने के नाम पर रिटेल इनवेस्टर्स को चूना लगाने वाली अस्मिता पटेल के बारे में जानकर हो जाएंगे हैरान। ऑप्शंस क्वीन कहलाने का शौक रखने वाली अस्मिता पटेल भले ही खुद पैसा ना बनाएं लेकिन इनवेस्टर्स को बड़े-बड़े सपने जरूर दिखाती थीं

अपडेटेड Feb 10, 2025 पर 6:30 PM
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मोटी कमाई के सपने दिखाकर अस्मिता पटेल ने भरी अपनी जेब

Youtube पर वाहियात जोक क्रैक करने वालों की तरह कुछ फिनफ्लूएंसर भी हैं जो छोटे-छोटे रिटेल इनवेस्टर्स को चूना लगाकर अपनी जेब भर लेते हैं। पिछले कुछ दिनों से ऐसा ही एक नाम खबरों में नजर आ रहा है। ये नाम है अस्मिता पटेल का। जो खुद को 'She Wolf of the stock market' और ऑप्शन क्वीन कहलाना पसंद करती हैं। अगर आप इनसे नहीं जुड़े हैं तो लकी हैं क्योंकि इनसे जुड़ने का सीधा मतलब है अपनी कमाई गंवाना।

चूना लगाने का काम


 She Wolf of the Stock Market यानि अस्मिता पटेल को अब सेबी ने घेर लिया है और आप इनके कारनामे जानकर हैरान रह जाएंगे। अस्मिता पटेल एक स्कूल चलाती हैं जहां वह इनवेस्टमेंट का पाठ पढ़ाती हैं। LMIT और MPAT जैसे कोर्स बेचते हुए वह दावा करती हैं कि उनकी स्ट्रैटेजी सीख ली तो शेयर मार्केट से 300 फीसदी तक रिटर्न मिल सकता है। वह कहती थीं कि उनके स्कूल में आकर जो भी शेयर मार्केट का सबक जान लेगा, उसका बेड़ा पार हो जाएगा। उसके घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं रहेगी।

हकीकत से अलग सपनों की दुनिया

दावा तो ये भी है कि वह 140 करोड़ रुपए का पोर्टफोलियो मैनेज करती हैं। लेकिन हकीकत इस सपने से बिल्कुल अलग है। सेबी ने जब अस्मिता पटेल की बहीखातों को खंगाला तो हैरान करने वाले आंकड़ों का पता चला। 300 फीसदी रिटर्न का सपना दिखाने वाले अस्मिता पटेल ने 2020 से 2024 के बीच सिर्फ 12.28 लाख रुपए का प्रॉफिट बनाया। इतना ही नहीं, वह 140 करोड़ रुपए का नहीं बल्कि 15 करोड़ रुपए का पोर्टफोलियो मैनेज कर रही है।

अस्मिता पटेल रिटेल निवेशकों के सामने झूठ का ऐसा मायाजाल बुनती थी कि उन्हें सच का पता नहीं चल पाता था। लेकिन अब सेबी इनकी पोल खोल करने में लगा है।

अस्मिता पटेल यूट्यूब चैनल पर खुलकर कहती थी कि नौकरी छोड़िए और लोन लेकर मार्केट में पैसा लगाइए और अमीर बन जाइए। करीब 42 लोगों ने सेबी में शिकायत की थी कि उन्हें अलग-अलग कोर्स बेचे गए। इनमें Masters in Price Action Trading यानि MPAT, Lets Make India Trading (LMIT), options Multiplyer, Trend following income systems यानि TFIS जैसे कोर्स शामिल थे।

फीस सुनकर उड़ जाएंगे होश

अपने स्कूल से रिटेल इनवेस्टर्स को बर्बाद करने वाली अस्मिता पटेल के इन Cources की फीस जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे। अस्मिता पटेल ने एक एक कोर्स के लिए 7 लाख रुपए तक चार्ज किया है। इस पर GST जोड़ दें तो कुल फीस सवा 8 लाख रुपए की हो जाती थी। कोर्स में एडमिशन लेने से पहले 1 लाख रुपए जमा करना पड़ता था और बाकी रकम तीन किश्तों में चुकाना होता था।

शिकायतों के बाद जब सेबी ने इस मामले की जांच की तो सच्चाई दुनिया के सामने आई। सेबी ने अस्मिता पटेल ग्लोबल स्कूल ऑफ ट्रेडिंग और इससे जुड़े 5 संस्थानों से 53 करोड़ रुपए जब्त किए हैं।

अब जान लेते हैं कि अस्मिता पटेल कैसे निवेशकों को बरगलाने का काम करती थीं। रिटेल निवेशकों को खींचने के लिए अस्मिता पटेल और उनके स्कूल के दूसरे टीचर्स फर्जी उदाहरण दिखाकर सपने दिखाते थे। जैसे किसी CA ने 30 लाख  रुपए निवेश करके 12 करोड़ रुपए कमा लिए। या फिर किसी इंजीनियर ने अपनी फुल टाइम नौकरी छोड़कर 80 लाख रुपए कमा लिए।

कहानी में आया नया मोड़

 अब इस कहानी में एक नया मोड़ आ गया है।  इलीगल इनवेस्टमेंट एडवाइस देने के आरोप में जब अस्मिता पटेल जांच के दायरे में थी तो उस वक्त भी वह शेयर खान की ऑथराइज्ड पर्सन थी। और इस हैसियत से वह निवेशकों को सलाह दे रही थी।

जबकि Sebi के नियमों के मुताबिक, यह जिम्मेदारी ब्रोकरेज फर्म की होती है कि उससे जुड़ा ऑथराइज्ड पर्सन नियमों को पूरा कर रहा हो। इस मामले में ज्यादा जानकारी के लिए मनीकंट्रोल ने शेयरखान को कुछ सवाल मेल पर भेजे थे ताकि इस मामले को बेहतर ढंग से समझा जा सके।

इसके जवाब में ब्रोकरेज फर्म ने कहा, अस्मिता पटेल अब हमारी ऑथराइज्ड पर्सन नहीं हैं क्योंकि हम ऐसे किसी शख्स के साथ कोई एसोसिएशन नहीं रखते जो इस तरह की गड़बड़ियों में शामिल हो। मनीकंट्रोल भी अपने पाठकों को बार बार ऐसी खबरों के बारे में इसलिए बताता है ताकि आप किसी मुश्किल में ना फंसे।

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