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FIIs ने की तीन महीने की सबसे बड़ी बिकवाली, एक दिन में बेचे ₹6,517 करोड़ के शेयर

भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार 26 अगस्त को विदेशी निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। एक्सचेंज के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इस दिन शुद्ध रूप से कुल 6,517 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। यह इनकी पिछले तीन महीने यानी 20 मई के बाद की सबसे बड़ी बिकवाली है।

अपडेटेड Aug 27, 2025 पर 12:25 PM
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FIIs Selling: इस साल अब तक FIIs कुल 1.97 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेच चुके हैं

FIIs Selling: भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार 26 अगस्त को विदेशी निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। एक्सचेंज के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इस दिन शुद्ध रूप से कुल 6,517 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। यह इनकी पिछले तीन महीने यानी 20 मई के बाद की सबसे बड़ी बिकवाली है। वहीं दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने इस मौके का फायदा उठाते हुए 7,060 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह 8 अगस्त के बाद से उनकी सबसे बड़ी शुद्ध खरीदारी रही।

विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को कारोबार के दौरान कुल 44,147 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 50,663 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस तरह उन्होंने शुद्ध रूप से 6,517 करोड़ रुपये की बिकवाली की। वहीं दूसरी तरह DIIs ने 22,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 14,940 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। यानी उन्होंने शुद्ध रूप से 7,060 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

इस साल अब तक FIIs कुल 1.97 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेच चुके हैं, जबकि DIIs ने इसी दौरान 4.84 लाख करोड़ रुपये के की खरीदारी की है।


शेयर बाजार पर भी विदेशी निवेशकों की इस बिकवाली का सीधा असर देखने को मिला। सेंसेक्स 849.37 अंक यानी 1.04% गिरकर 80,786.54 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 255.70 अंक या 1.02% टूटकर 24,712.05 पर आ गया। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.3% और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.7% की गिरावट देखी गई।

निफ्टी के सबसे बड़े लूजर्स में श्रीराम फाइनेंस, सन फार्मा, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और ट्रेंट शामिल रहे। वहीं, बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों में आईशर मोटर्स, एचयूएल, मारुति सुजुकी, नेस्ले इंडिया और आईटीसी रहे। एफएमसीजी को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए।

HDFC सिक्योरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट नंदिश शाह ने कहा कि बाजार की तकलीफ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में और भी गहरी रही। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1.62% टूटा, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 2% से ज्यादा गिरा। बीएसई में एडवांस-डिक्लाइन रेशियो 0.42 रहा, जो बताता है कि गिरने वाले शेयरों की संख्या लगातार तीसरे दिन बढ़ने वालों शेयरों से कहीं ज्यादा रही।

शाह के मुताबिक, निफ्टी ने अपने 20 और 50 दिन के DEMA सपोर्ट लेवल को तोड़ दिए हैं। अब यह 24,673 से 24,852 के बीच बने पूरे अपवर्ड गैप को भरने के करीब है। अगर निफ्टी 24,673 से नीचे जाता है, तो अगला सपोर्ट लेवल 24,340 के पास दिखता है। ऊपर की ओर देखें, तो 24,900 का स्तर शॉर्ट-टर्म रेजिस्टेंस का काम कर सकता है।

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