Lok Sabha Polls : चुनाव के बाद आंध्र प्रदेश की इन कंपनियों पर रखें नजर, चमका सकती हैं आपकी किस्मत
ये कंपनियां तमाम सेक्टरों में मौजूद हैं, हालांकि इनमें इंफ्रा और कैपिटल गुड्स कंपनियों की संख्या ज्यादा है। बाजार पर नजर रखने वालों को उम्मीद है कि नई सरकार के तहत आंध्र प्रदेश और बिहार स्थित कंपनियों को फायदा मिलेगा
एनएमडीसी भारत सरकार का उपक्रम है इसकी स्थापना 1958 में हुई। यह देश का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक और दुनिया का छठा सबसे बड़ा अयस्क उत्पादक है। यह इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है
लोकसभा चुनावों के बाद गठबंधन की राजनीति में बिहार और आंध्र प्रदेश की अहम के साथ ही बाजार के जानकार आंध्र प्रदेश और बिहार की कंपनियों को मिलने वाले तमाम फायदों की बातकर रहे हैं। गौरतलब है कि 3 जून को आए एग्जिट पोल के बाद हेरिटेज फूड्स के शेयर पांच दिनों में 55 फीसदी तक भाग गए थे। इसी तरह आंध्र प्रदेश स्थित तमाम ऐसी कंपनियां हैं जिन पर निवेंशकों की नजर रहनी चाहिए। यहां हम आपके लिए इन कंपनियों की एक सूची दे रहें हैं।
इस सूची को सबसे पहले सेबी-रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट सुनील गुर्जर ने जारी किया था। मनीकंट्रोल ने इन कंपनियों के कारोबारी और वित्तीय विवरणों के साथ इस सूची और विस्तृत किया है।
आंध्र शुगर शुगर और प्रोडक्ट बनाने और निर्यातक करने वाली दिग्गज कंपनी है। इसने 1952 में पश्चिमी गोदावरी के तनुकु शहर में कामकाज शुरू किया था। कंपनी ने केमिकल, उर्वरक और फार्मा कारोबार में भी है। वित्त वर्ष 2024 कंपनी आय 1,150 करोड़ रुपये और मुनाफा 53.27 करोड़ रुपये रहा है।
यह ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) सेवा कंपनी है। इसकी स्थापना 1995 में हुई। कंपनी सड़क और राजमार्ग,सिंचाई और शहरी जल प्रबंधन सहित कई सेक्टरों में काम करती है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक इसकी सबसे बड़ी ताकत इंजीनियरिंग परियोजनाओं में निहित है। इसमें सड़क, राजमार्ग, फ्लाईओवर और पुलों का निर्माण और रखरखाव की सबसे अहम भूमिका है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय 4,090.98 करोड़ रुपये और 493.83 करोड़ रुपये रहा था।
1998 में स्थापित यह कंपनी मोटे तौर पर तेल और गैस कंपनियों और सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन के लिए पाइपलाइन बिछाने और निर्माण का काम करती है। इसके अलावा कंपनी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के लिए संचालन और रखरखाव सेवाएं भी देती है। वित्त वर्ष 2024 में इसकी आय 422.09 करोड़ रुपये और मुनाफा 66.03 करोड़ रुपये रहा था।
1984 में स्थापित नाइल लिमिटेड ने ग्लास-लाइन्ड उपकरण बनाने से शुरुआत की थी। अब यह मुख्य रूप से चौटुप्पल (हैदराबाद से 60 किमी) और तिरुपति (चेन्नई से 120 किमी) में स्थित दो यूनिटों से सीसा और सीसा मिश्र धातुओं की सेंकेंडरी मैन्युफैक्चरिंग करती है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक इन दोनों यूनिटों की कुल सालाना उत्पादन क्षमता 1,07,000 टन सीसा और सीसा मिश्र धातु है। कंपनी वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय 837.62 करोड़ रुपये और मुनाफा 31.6 करोड़ रुपये रहा है।
एनएमडीसी भारत सरकार का उपक्रम है इसकी स्थापना 1958 में हुई। यह देश का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक और दुनिया का छठा सबसे बड़ा अयस्क उत्पादक है। यह इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है । कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक एनएमडीसी तांबा, रॉक फॉस्फेट, चूना पत्थर, मैग्नेसाइट, हीरा, टंगस्टन और समुद्र तट की रेत सहित खनिजों की एक विस्तृत श्रृंखला के खोज और खनन का कारोबार करती है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 21,294 करोड़ रुपये का कारोबार किया। इस अवधि में कंपनी की आय में सालाना आधार पर 21 फीसदी की बढ़त हुई।वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को 5,632 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ।
यूनियन बैंक की शत प्रतिशत सहायक कंपनी के तौर पर आंध्रा बैंक को 1991 में स्थापित किया गया। इस स्थापना हायरिंग, खरीद और पट्टे पर देने की गतिविधियों के संचालन के लिए किया गया था। 1992 में, इसने बैंक के रूप में काम करना बंद कर दिया और एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के रूप में काम करना जारी रखा। 2019 में, इसने 14,172 करोड़ रुपये आय और 6,200 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा दर्ज किया। अप्रैल 2020 में, बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में मिला दिया गया।
यह इंफ्रा और कंस्ट्रक्शन कंपनी पहली बार 1978 में एक साझेदारी कंपनी के रूप में स्थापित की गई थी। एनसीसी लिमिटेड रियल्टी, जल और पर्यावरण, रेलवे सहित परिवहन, खनन और बिजली के वितरण के कारोबार में है। वित्त वर्ष 2024 में इसकी आय 20,844 करोड़ रुपये और मुनाफा 735.13 करोड़ रुपये रहा था।
इस कंपनी की स्थापना 1984 में आंध्र प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (APIDC) और आंध्र शुगर्स लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में की गई थी। अब यह आंध्र शुगर्स की सहयोगी कंपनी है। आंध्र पेट्रो ऑक्सो-अल्कोहल बनाती है, जो प्लास्टिसाइज़र, लुब्रिकेंट, डाई, फार्मास्यूटिकल्स, पेंट, चिपकने वाले पदार्थ और केमिकल उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले सॉल्वैंट्स हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय 788.67 करोड़ रुपये और मुनाफा 63.4 करोड़ रुपये रहा था।
पेन्नार इंडस्ट्रीज की स्थापना 1975 में हुई। कंपनी खासतौर पर ऑटोमोटिव इंडस्ट्री को अपनी सेवाएं देती है। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमान भवन निर्माण और दूसरे इंजीनियरिंग प्रोजेक्टस में भी किया जाता है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय 2,495 करोड़ रुपये और मुनाफा 59.3 करोड़ रुपये था।
1964 में स्थापित यह कंपनी पेपर और पल्प बनाती और घरेलू और विदेशी दोनों बाजारों में इसकी बिक्री करती है। राजमुंदरी और कडियम में इसकी उत्पादन ईकाइयां हैं। वित्त वर्ष 20 24 में इसकी आय 1,895 करोड़ रुपये मुनाफा 339.7 करोड़ रुपये रहा है।
1968 में स्थापित यह कंपनी इंडस्ट्रियल और स्पेशियलिटी केमिकल्स की सप्लायर है। 2000 में इसने बालाजी एग्रो इंडस्ट्रीज को खरीदकर कृषि आधारित उत्पादों में में पैर पसारने की कोशिश की। लेकिन यह योजना काम नहीं कर सकी। इसलिए कंपनी ने 2005 में बालाजी एग्रो में अपनी हिस्सेदारी अल्कली मेटल्स के प्रमोटर वाईवीएस मूर्ति और अन्य को बेच दी। वित्त वर्ष 2024 कंपनी की आय 83.8 करोड़ रुपये और मुनाफा 1.1 करोड़ रुपये रहा।
डेयरी प्रोडक्ट्स लीडिंग उत्पाक कंपनियों में से एक, यह मवेशी चारा और रिन्यूएबल एनर्जी इंडस्ट्री में भी काम करती है। 2017 में, इसने रिलायंस रिटेल के डेयरी कारोबार का अधिग्रहण किया है। चुनाव नतीजों के समय और चुनाव के नतीजों के बाद स्टॉक में 45 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है। यह स्टॉक 4 जून को 455.45 रुपये से बढ़कर 7 जून को 661.25 रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय 3,746.3 करोड़ रुपये और मुनाफा 91 करोड़ रुपये रहा।
आंध्र प्रदेश के भीमावरम में 1983 में स्थापित अंजनी फूड्स पैकेज्ड बेक्ड गुड्स, बेकरी और कैफे की एक बड़ी प्रोडक्ट लाइन है। यह फ्रेश चॉइस ब्रांड का संचालन करती है। वित्त वर्ष 20 24 में इसने 46.3 करोड़ रुपये कीकमाई पर 1.4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
1979 में स्थापित इस सीमेंट बनाने वाली कंपनी के पास ओरिंडरी पोर्टलैंड सीमेंट (OPC), पोर्टलैंड पॉज़ोलाना सीमेंट (PPC), पोर्टलैंड स्लैग सीमेंट (PSC) और स्पेशियालिटी केमिकल सहित प्रोडक्ट की एक बड़ी रेंज है। कंपनी के पास कैप्टिव पावर प्लांट भी हैं जो थर्मल, विंड और हाइड्रो पावर पर चलते हैं। FY24 में कंपनी की आय 815 करोड़ रुपये और मुनाफा 35.4 करोड़ रुपये रहा।
16) क्रेन इंफ्रास्ट्रक्चर
क्रेन इंफ्रास्ट्रक्चर एक रियल्टी कंपनी जो अपने असेट्स को किराए पर देकर भी कमाई करती है। यह कंपनी क्रेन ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ का हिस्सा है। वित्त वर्ष 20 24 में इसकी आय 3.6 करोड़ रुपये और मुनाफा 1.4 करोड़ रुपये पर रहा था।
17) बीजीआर एनर्जी
कंपनी बिजली और तेल और गैस सेक्टर में इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) सेवाएं प्रदान करती है। इसके उत्पादों और सेवाओं में थर्मल और गैस-आधारित बिजली संयंत्रों की ईपीसी, सुपर क्रिटिकल और सब क्रिटिकल स्टीम जनरेटर की आपूर्ति, ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए टर्नकी सॉल्यूशन, पाइपलाइन उपकरण और भंडारण टैंक शामिल हैं। वित्त वर्ष 24 में कंपनी की आय 1,120 करोड़ रुपये और मुनाफा 752 करोड़ रुपये रहा था।
18) कोस्टल कॉर्प
1981 में स्थापित यह कंपनी एक्वाकल्चर सीफूड प्रोडक्ट बनाती है और इसे अमेरिका, कनाडा, यूएई, ऑस्ट्रेलिया, चीन, रूस और यूरोपीय देशों में निर्यात करती है। वित्त वर्ष 2024 में इसकी आय 430 करोड़ रुपये और मुनाफा 8.2 करोड़ रुपये रहा।
19) अमरा राजा बैटरीज
अमरा राजा बैटरीज की स्थापना 1985 में हुई थी। 2023 में कंपनी का नाम बदलकर अमरा राजा एनर्जी एंड मोबिलिटी कर दिया गया। अमरा राजा बड़ी दूरसंचार कंपनियों, भारतीय रेलवे और प्रमुख तेल और गैस कंपनियों को बैटरी सप्लाई करती है। यह मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, होंडा मोटरसाइकिल और स्कूटर इंडिया सहित लगभग सभी ऑटो निर्माताओं को भी बैटरी की आपूर्ति करती है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय 11,361 करोड़ रुपये और मुनाफा 905.9 करोड़ रुपये रहा।
20) ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक
2000 में स्थापित देश की पहली इलेक्ट्रिक बस निर्माता कंपनी का लक्ष्य सार्वजनिक परिवहन के लिए ऊर्जा समाधान प्रदाता बनना है। यह पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कंपोजिट पॉलीमर इंसुलेटर भी बनाती है। इनका रेलवे द्वारा भी इस्तेमाल किया जाता है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय 1126 करोड़ रुपये और मुनाफा 73.6 करोड़ रुपये रहा है।
इसके अलावा नैटको फार्मा, लॉरस लैब, अरबिंदो फार्मा, रैम्को ग्रुप और एनसीएल भी आंध्र प्रदेश स्थित कंपनियां हैं जिनको गठबंधन सरकार में तेलगूदेशम पार्टी की अहम भूमिका से फायदा मिल सकता है।