Market Strategy : बाजार की आगे की चाल और आउटलुक पर बात करते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल ने कहा किशेयर बाजार इस समय अब bear market जैसा व्यवहार कर रहा है। Bear बाजार में शेयर अच्छी और बुरी खबरों पर गिरते हैं। US इकोनॉमी मजबूत है जैसी अच्छी खबर के बावजूद बाजार नीचे है। मजबूत इकोनॉमी का मतलब ब्याज दरों में कम कटौती है। Bear markets बाजार में निवेशक का अच्छा समय होता है। Bear markets में बॉटम को टाइम करना महंगा पड़ता है।
हर संभव बॉटम से निफ्टी 500 अंक नीचे जा सकता है। ऐसा लग रहा है हम 21,800-22,000 की ओर बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को ये कहा था कि बैंक निफ्टी 48,500 की ओर बढ़ रहा है। अगर बैंक निफ्टी 48,000 पर नहीं रुकता है तो 46,000 भी संभव है। बतौर ट्रेडर स्क्रीन का सम्मान करें। अगर शॉर्ट में पैसा बनता है तो जरूर करें।
अनुज सिंघल ने कहा कि अब बाजार सेंटिमेंट की वजह से गिर रहा है । FIIs की बिकवाली जारी है लेकिन इतनी बड़ी नहीं है। शुक्रवार को FIIs ने सिर्फ `2,255 cr बेचा। उसके सामने, DIIs ने `3,962 cr खरीदा की। इसके बावजूद बैंक निफ्टी 800 अंक गिर गया। अलगी दर्द मिडकैप, स्मॉलकैप में दिखाई दे रहा है। पूरे हफ्ते Adv/Dec बहुत ही खराब रहा। शुक्रवार को 1:6 का market breadth था। पिछले 1 हफ्ते में हमने 1:9 का भी market breadth देखा। रिटेल और HNI सेंटिमेंट इस समय कोविड के बाद सबसे निचले स्तरों पर है।
उन्होंने आगे कहा क िअच्छे से अच्छे पोर्टफोलियो अब 20-40% नीचे आ चुके हैं। सिर्फ ये कह देना कि सब ठीक हो जाएगा काफी नहीं है। रिटेल के पोर्टफोलियो में इस समय काफी नुकसान है।
बाजार को इस समय एक टॉनिक की जरूरत है। अब बजट सबसे बड़ा ट्रिगर नजर आ रहा है। बजट में कुछ बड़ा करने की जरूरत है. इकोनॉमी में सुस्ती है, उसमें रफ्तार लाना जरूरी है। कुछ हद तक मिडकैप और स्मॉल कैप में बबल भी था। ये बबल अब फूट चुका है। अब यहां से ज्यादा सेलेक्टिव होने की जरूरत है। साइडलाइन पर पैसा काफी है, लेकिन सिर्फ वो बॉटम नहीं बनाएगा। अगर गाड़ी का पेट्रोल लीक हो रहा हो तो आप कितना भी तेल डालें, कोई फायदा नहीं। दो तरीके से सेंटिमेंट में सुधार किया जा सकता है । या तो टैक्स कम किया जाए या उस टैक्स के पैसे को इकोनॉमी में डाला जाए FIIs से शियकायर करके कोई फायदा नहीं है। FIIs ने हर साल पैसे डालने का ठेका नहीं लिया है।
अनुज सिंघल ने कहा कि रैली का शुरुआती प्वाइंट 4 जून का क्लोजिंग लेवल 21,884 लेते हैं। वहां से 4,332 अंकों की रैली 26,216 तक हुई थी । 26 सितंबर को 26,216 का क्लोजिंग लेवल था यानि 3.5 महीने में 4,332 अंकों की रैली हुई थ। यहां से अब हम गिर 2,785 अंक चुके हैं । अब हम नवंबर के निचले स्तरों को टेस्ट करेंगे। अगर नवंबर के निचले स्तर नहीं बचे तो 22,000 का रास्ता खुलेगा। बीच-बीच में शॉर्ट कवरिंग भी जोरदार होगी। लेकिन छोटी-मोटी शॉर्ट कवरिंग से bear नहीं डरेगा।
अनुज सिंघल ने कहा कि सबसे अहम सपोर्ट 23,250-23,350 ( नवंबर का निचला स्तर) पर है। 23,250 के नीचे किसी सपोर्ट का कोई मतलब नहीं है। अगर निफ्टी 23,250 के नीचे फिसला तो बिकवाली का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ेगा। बाजार बिकवाली के अंतिम दौर से गुजर रहा है। अंतिम दौर की बिकवाली अमूमन सबसे बेरहम होती है। इस तरह के गैप डाउन में रजिस्टेंस की बात करना बेमानी है। भरोसा लौटने के लिए निफ्टी का 2-3 दिनों के शिखर पर बंद होना जरूरी। जब भी रैली फेल हो, बिकवाली ही इकलौता ट्रेड पोजिशनल शॉर्ट पर क्लोजिंग बेसिस पर स्टॉलॉस ट्रेल करके 23,500 पर लाएं।
वहीं बैंक निफ्टी पर अपनी राय देते हुए अनुज सिंघल ने कहा कि निफ्टी बैंक अब चार्ट पर काफी कमजोर है। 47,500 तक कोई कायदे का सपोर्ट नहीं दिखता। गिरते छुरे को पड़कने की गलती नहीं करें । इसके बीच शॉर्ट कवरिंग मूव दिखते रहेंगे। जबतक 50,000 हासिल नहीं होगा, कोई रैली भरोसेमंद नहीं है। खासकर इंट्राडे शॉर्ट करना भी मुश्किल है ।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।