भारतीय शेयर बाजारों ने 17 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह का अंत तेजी के साथ किया। बाजार में दो साल से अधिक की सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गई। बाजार को तमाम सेक्टरों में हुई मजबूत खरीदारी और बैंकिंग शेयरों में तेज उछाल से सपोर्ट मिला। इस छोटे कारोबारी हफ्ते में सेंसेक्स,निफ्टी और निफ्टी मिडकैप 100 में 4 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई। जबकि निफ्टी बैंक में 6 फीसदी की तेजी देखने को मिली। ये लगभग सालों में बैंक निफ्टी का सबसे बेहतर साप्ताहिक प्रदर्शन है।
बेंचमार्क इंडेक्सों ने कल अपनी तेजी का सिलसिला लगातार चौथे सत्र में भी जारी रखा। सेंसेक्स 1,509 अंक बढ़कर 78,553 पर बंद हुआ और निफ्टी 414 अंक बढ़कर 23,852 पर पहुंच गया। निफ्टी कल 23,800 के स्तर पर पहुंच गया। यह दोनों इंडेक्सों की तीन महीने से अधिक समय की सबसे हाई क्लोजिंग है। निफ्टी बैंक ने 7 महीने का उच्चतम स्तर हिट किया।
इस रैली में सबसे बड़ा योगदान फाइनेंशियल शेयरों का रहा। निफ्टी बैंक इंडेक्स में कल 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली। इस तेजी में एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयरों ने अहम भूमिका निभाई। 19 अप्रैल को इन बैंकों के चौथी तिमाही के नतीजे आने वाले हैं। 17 अप्रैल को निफ्टी के 50 शेयरों में से 44 हरे निशान पर बंद हुए। इनमें भी इटरनल,आईसीआईसीआई बैंक और सन फार्मा में सबसे ज्यादा तेजी रही।
कल की तेजी में ब्रॉडर मार्केट की भागीदारी मजबूत रही। निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप 100 इंडेक्सों में 0.65 और 0.4 फीसदी की बढ़ हुई। आईटी को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। रियल्टी, ऑटो, फार्मा, तेल और गैस और पीएसयू बैंक इंडेक्सो में 1 फीसदी से अधिक की बढ़त हुई।
मोतीलाल ओसवाल के रुचित जैन का कहना है कि यह तेजी महज शॉर्ट टर्म पुलबाक से कहीं ज्यादा लग रही है। इसमें काफी बड़े स्तर की भागीदारी देखने को मिल रही है। इस रैली में दिग्गज लार्ज के साथ ही बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों से अच्छा सपोर्ट मिल रहा है। बैंक निफ्टी इंडेक्स अब अपने ऑलटाइम हाई के करीब कारोबार कर रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशक जो पहले बड़े पैमाने पर नेट सेलर थे,अब फिर से भारतीय बाजारों की तरफ वापसी कर रहे हैं। हालांकि इंडेक्स फ्यूचर्स में उनकी पोजीशन अभी भी शॉर्ट की ओर ज्यादा है। लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो वर्तमान में लगभग 28 फीसदी है। उम्मीद है कि एफआईआई अपनी शॉर्ट पोजीशन को कवर करना शुरू कर सकते हैं। इससे बाजार में आगे और तेजी आ सकती है।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज की क्रांति बाथिनी ने कहा कि खपत आधारित अर्थव्यवस्था होने के कारण भारत मौजूदा टैरिफ संकट से सबसे कम प्रभावित होने वाला देश है। अमेरिका,भारत को ब्रिटेन,जापान और दक्षिण कोरिया के साथ-साथ अपने प्रमुख सहयोगियों में से एक मानता है और इन देशों के साथ व्यापार समझौतों को प्राथमिकता मिलने की उम्मीद है। अगर ऐसा कोई समझौता होता है तो भारत को अमेरिका और चीन के बीच छिड़े ट्रेड वॉर से फायदा हो सकता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा कि निफ्टी में शानदार तेजी देखने को मिली है। निफ्टी क्लोजिंग बेसिस पर पिछले स्विंग हाई से ऊपर चला गया है। हाल में आई जोरदार तेजी ने निफ्टी को डेली चार्ट पर 100 ईएमए से ऊपर पहुंचा दिया है। इससे मिड टर्म में पॉजिटिव रुझान बने रहने का संकेत मिलता है। शॉर्ट टर्म में निफ्टी में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। निफ्टी हमें 24,100 की ओर जाता दिख सकता है। 24,100 से ऊपर जाने पर 24,500 की ओर का रास्ता खुल सकता है। नीचे की ओर निफ्टी के लिए 23,650 और 23,300 पर बड़ा सपोर्ट है।
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