Mutual Fund : म्यूचुअल फंड कंपनियों ने पिछले महीने यानी मई में शेयरों में 2400 करोड़ रुपये लगाए हैं। इससे पहले अप्रैल में उन्होंने शेयरों से निकासी की थी। ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) ग्रोथ के मजबूत आंकड़ों, इन्फ्लेशन के नियंत्रित स्तर पर आने और अर्थव्यवस्था में लिक्विडिटी का स्तर संतुलित होने के बीच म्यूचुअल फंड शेयरों में निवेश कर रहे हैं। मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के आंकड़ों के अनुसार म्यूचुअल फंड कंपनियों ने मई में शेयरों में शुद्ध रूप से 2,446 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि अप्रैल में उन्होंने 4,533 करोड़ रुपये की निकासी की थी।
आनंद राठी वेल्थ के डिप्टी-CEO फिरोज अजीज ने कहा, ‘‘पॉजिटिव मैक्रो नंबर्स और निफ्टी में शेयर मूल्य उचित स्तर पर होने के बीच आगे हम शेयरों में म्यूचुअल फंड निवेश में बढ़ोतरी देख सकते हैं।’’ मोतीलाल ओसवाल AMC के चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘स्टेबल GDP ग्रोथ, कम इन्फ्लेशन, इन्वेस्टर-फ्रेंडली पॉलिसी और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के प्रति वैश्विक बाजार की धारणा से शेयरों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और म्यूचुअल फंड का निवेश बढ़ रहा है।’’
एफपीआई ने शेयरों में 43,838 करोड़ डाले
हालांकि, म्यूचुअल फंड और एफपीआई के निवेश में काफी अंतर है। मई में एफपीआई ने शेयरों में 43,838 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो म्यूचुअल फंड की तुलना में काफी अधिक है। अप्रैल में भी एफपीआई ने शेयरों में 11,631 करोड़ रुपये डाले थे। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेश के रुख में यह अस्थायी बदलाव भारतीय बाजार के लिए काफी सकारात्मक है।