Mutual Fund SIP: निवेशकों में म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। इसमें सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के जरिए लॉन्ग टर्म में मोटा पैसा बनाया जा सकता है। यहां हम आपको एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने निवेशकों को लॉन्ग टर्म में तगड़ा रिटर्न दिया है। इस म्यूचुअल फंड स्कीम के तहत 22 साल की अवधि में 10000 रुपये का मासिक SIP करने वाले निवेशकों का पैसा बढ़कर ₹2.9 करोड़ रुपये हो गया। इस स्कीम का नाम है- ICICI प्रूडेंशियल मल्टी-एसेट फंड।
निवेशकों को कितना मिला रिटर्न?
इस फंड में निवेशकों ने 10000 रुपये के मासिक SIP के तहत पिछले 22 सालों में कुल 26.4 लाख रुपये का निवेश किया। इस तरह यह राशि बढ़कर लगभग ₹2.9 करोड़ हो गई है। अक्टूबर 2002 में लॉन्च किए गए इस फंड ने SIP परफॉर्मेंस में 30 सितंबर 2024 तक 18.37% के कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) के साथ तगड़ा रिटर्न दिया है। इसकी तुलना में, फंड के बेंचमार्क में समान SIP निवेश से 14.68% का CAGR हासिल होता।
एकमुश्त निवेश करने वालों को भी इस फंड ने अच्छा रिटर्न दिया है। इसके तहत शुरुआत में निवेश की गई ₹10 लाख की एकमुश्त राशि बढ़कर लगभग ₹7.26 करोड़ तक पहुंच जाती, जिसका CAGR 21.58% है। इसके विपरीत, स्कीम के बेंचमार्क में निवेश की गई समान राशि बढ़कर ₹3.36 करोड़ हो जाती, जिसका CAGR 17.39% होता। बेंचमार्क इंडेक्स में निफ्टी 200 TRI (65%), निफ्टी कम्पोजिट डेट इंडेक्स (25%), डोमेस्टिक प्राइस ऑफ गोल्ड (6%), डोमेस्टिक प्राइस ऑफ सिल्वर (1%), और iCOMDEX कम्पोजिट इंडेक्स (3%) शामिल हैं।
भारत के सबसे बड़े मल्टी-एसेट फंड में से एक के रूप में ICICI प्रूडेंशियल मल्टी-एसेट फंड ने सितंबर 2024 तक ₹50495 करोड़ के एसेट्स को मैनेज किया, जो इस कैटेगरी के टोटल एसेट का 48.29% है।
फंड की मल्टी-एसेट स्ट्रेटेजी में इक्विटी, डेट और सोने और चांदी जैसी कमोडिटीज में निवेश के साथ-साथ रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REITs) और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs) में निवेश शामिल है। फंड के मैनेजर डायवर्सिफाइड एप्रोच अपनाते हैं जिसका मकसद जोखिम को कम करना और कई एसेट क्लास में निवेश फैलाकर रिटर्न को बढ़ाना है।
ICICI प्रूडेंशियल AMC के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर का बयान
ICICI प्रूडेंशियल AMC के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर शंकरन नरेन ने कहा कि फंड की एलोकेशन स्ट्रेटेजी ने बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने में मदद की है और रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न को अनुकूल बनाया है। ICICI प्रूडेंशियल मल्टी-एसेट फंड को सात फंड मैनेजरों की एक टीम द्वारा मैनेज किया गया है, जिसमें शंकरन नरेन, इहाब दलवई और मनीष बंथिया शामिल हैं, जो कई एसेट क्लास में एक्सपर्ट हैं।
इस स्कीम में कम से कम तीन एसेट क्लास में कम से कम 10% एलोकेशन की जरूरत होती है, जिसे समय के साथ इस डायवर्सिफाइड एप्रोच से लाभ हुआ है। यह ओपन-एंडेड बना हुआ है, जिसका मकसद कई मार्केट कैप और एसेट क्लास में अनुशासित एसेट एलोकेशन के माध्यम से लॉन्ग टर्म रिटर्न प्राप्त करना है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।