Nifty Outlook: पिछले तीन सत्रों में तेज गिरावट दिखाने के बाद सोमवार को निफ्टी ने जोरदार रिकवरी की और 24,600 का अहम स्तर दोबारा हासिल कर लिया। NSE का फ्रंटलाइन इंडेक्स पूरे दिन मजबूत बना रहा और 198 अंकों की बढ़त के साथ 24,625 पर बंद हुआ।
Nifty Outlook: पिछले तीन सत्रों में तेज गिरावट दिखाने के बाद सोमवार को निफ्टी ने जोरदार रिकवरी की और 24,600 का अहम स्तर दोबारा हासिल कर लिया। NSE का फ्रंटलाइन इंडेक्स पूरे दिन मजबूत बना रहा और 198 अंकों की बढ़त के साथ 24,625 पर बंद हुआ।
अब मंगलवार, 2 सितंबर को निफ्टी और बैंक निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन-से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि सोमवार को बाजार का हाल कैसा रहा और किस वजह से तेज रिकवरी आई।
मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक डेटा से बाजार में तेजी
सितंबर की शुरुआत भारतीय शेयर बाजार ने बुलिश मूड में की, जिसकी वजह पॉजिटिव मैक्रोइकोनॉमिक डेटा रहा। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.8% रही, जो पिछले पांच क्वार्टर में सबसे ज्यादा है। यह बाजार के अनुमान 6.8% से कहीं बेहतर रही। इस दमदार आंकड़े से भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती जाहिर होती है, जिसने निवेशकों के सेंटिमेंट को सपोर्ट किया।
डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल फ्लो भी स्थिर बने रहे, जिससे रैली को अतिरिक्त सहारा मिला। वहीं अमेरिकी बाजार छुट्टी की वजह से बंद रहे, इसलिए ग्लोबल असर सीमित रहा।
मिडकैप और स्मॉलकैप में भी दमदार रैली
ब्रॉडर मार्केट ने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 क्रमशः 1.97% और 1.57% चढ़े, जिससे बाजार के अलग-अलग सेगमेंट में मजबूत भागीदारी दिखी।
50 निफ्टी स्टॉक्स में से 42 हरे निशान में बंद हुए। रैली की अगुवाई ऑटो और आईटी सेक्टर ने की, जिन्हें अगस्त की उम्मीद से बेहतर सेल्स ने मजबूती दी। निफ्टी ऑटो इंडेक्स करीब 3% उछला। इसमें बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा मोटर्स और आयशर मोटर्स टॉप गेनर रहे।
इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियां ओला इलेक्ट्रिक और एथर एनर्जी भी रजिस्ट्रेशन में सुधार की वजह से चढ़ीं। निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स भी तेजी में शामिल रहा, जबकि निफ्टी मीडिया और निफ्टी फार्मा लाल निशान में बंद हुए।
निफ्टी पर क्या है एक्सपर्ट की राय
SBI Securities के सुदीप शाह का कहना है कि 24,710-24,740 का जोन अहम रेजिस्टेंस बना हुआ है। अगर निफ्टी 24,740 के ऊपर टिककर निकलता है तो रैली 24,900 तक बढ़ सकती है। नीचे की तरफ 24,500-24,470 पर सपोर्ट है, जिसके नीचे टूटने पर निफ्टी 24,200 तक फिसल सकता है।
HDFC Securities के नागराज शेट्टी के मुताबिक, शॉर्ट-टर्म ट्रेंड अब ऊपर की तरफ मुड़ चुका है। अगर निफ्टी 24,700 के ऊपर बना रहता है तो यह 25,000 तक जा सकता है। वहीं, तेजी बरकरार रखने में नाकाम रहा तो 24,300-24,200 तक पुलबैक हो सकता है।
'निफ्टी अभी खतरे से बाहर नहीं'
LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि इंडेक्स में मजबूत रिकवरी और ऑवरली RSI पर छिपा हुआ पॉजिटिव डाइवर्जेंस दिख रहा है, लेकिन 24,850 के नीचे बाजार में 'सेल ऑन राइज' का सेंटिमेंट बना हुआ है। अगर 24,850 के ऊपर ब्रेकआउट होता है तो 25,250-25,500 तक की रैली देखी जा सकती है। सपोर्ट 24,500 पर है।
Centrum Broking के नीलेश जैन के मुताबिक, निफ्टी अभी पूरी तरह खतरे से बाहर नहीं है। जब तक यह 25,000 के ऊपर मजबूती से टिकता नहीं, तब तक हर पुलबैक पर बिकवाली का दबाव बना रह सकता है।
बैंक निफ्टी चार्ट क्या बता रहा?
लगातार पांच दिनों की गिरावट के बाद बैंक निफ्टी ने रिकवरी दिखाई और 0.65% की बढ़त के साथ 54,000 के ऊपर बंद हुआ। यह उछाल बैंकिंग हैवीवेट्स में चुनिंदा खरीदारी से आया है और इसे शॉर्ट-टर्म रिलीफ रैली माना जा रहा है।
SBI Securities के सुदीप शाह का कहना है कि बैंक निफ्टी में 54,300-54,400 के बीच रुकावट है। अगर 54,400 के ऊपर निकलता है तो 54,900 तक की तेजी मुमकिन है। नीचे की ओर 53,600-53,500 मजबूत सपोर्ट है, जो 200-डे EMA के पास है।
Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।