Stock in Focus: सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड ने एक बड़ी बोली जीती है। उसे आंध्र प्रदेश के ओंटिल्लू-चंद्रगिरी रेयर अर्थ एलिमेंट (REE) एक्सप्लोरेशन ब्लॉक के लिए माइंस मिनिस्ट्री ने पसंदीदा बोलीदाता घोषित किया गया है। इस बिड के लिए मिनिस्ट्री ने 30 मार्च 2025 को टेंडर जारी किया था।
कोल इंडिया के मुताबिक, यह ब्लॉक 209.62 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इसके तहत खान एवं खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 के अंतर्गत एक्सप्लोरेशन लाइसेंस दिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इंटेंट लेटर जारी होने के एक साल के भीतर यह लाइसेंस डीड पूरी करनी होगी।
कोल इंडिया ने साफ किया है कि यह कॉन्ट्रैक्ट एक घरेलू इकाई ने दिया है और यह संबंधित पार्टी ट्रांजैक्शन की श्रेणी में नहीं आता। साथ ही, कंपनी के प्रमोटर समूह का इस इकाई में कोई हित नहीं है।
कोल इंडिया का शेयर मंगलवार, 16 सितंबर को 0.38% की बढ़त के साथ 396.25 रुपये पर बंद हुआ। पिछले 1 साल में स्टॉक 19.67% नीचे आया है। वहीं, इस अब तक यानी 2025 में कोल इंडिया के शेयरों में 2.5% की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले 5 साल में कोल इंडिया का स्टॉक 220.46% बढ़ा है।
कोल इंडिया का एक साल का हाई लेवल 517.85 रुपये और लो-लेवल 349.25 रुपये है। इस सरकारी कंपनी का मार्केट कैप 2.44 लाख करोड़ रुपये है।
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) भारत सरकार की कंपनी है। यह दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी मानी जाती है। इसका मुख्य काम कोयला खनन, उत्पादन और सप्लाई करना है, जिसे बिजली उत्पादन, इस्पात, सीमेंट और अन्य उद्योगों में ईंधन और कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
कोल इंडिया के पास देशभर में खदानें और कोलफील्ड्स हैं। यह भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाती है।
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