सेबी (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच का कहना है कि मार्केट रेगुलेटर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करता है, लेकिन सीमा रेखा का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। बुच ने फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर्स (finfluencers) के संदर्भ में यह बात कही।
सेबी (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच का कहना है कि मार्केट रेगुलेटर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करता है, लेकिन सीमा रेखा का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। बुच ने फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर्स (finfluencers) के संदर्भ में यह बात कही।
ग्लोबल फिनेटक फेस्ट 2023 (Global Fintech Fest 2023) में उन्होंने कहा, 'हम फ्रीडम ऑफ स्पीच (अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता) का सम्मान करते हैं। हम वास्तविक शिक्षा का सम्मान करते हैं। हालांकि, अगर सीमा रेखा को पार कर लालच और फ्रॉड का सिलसिला शुरू हो जाता है, हमें इससे समस्या है।'
पुरी का कहना था, 'अगर आप ( फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर) हमारे नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, तो वे लोग आपसे जुड़ नहीं सकते जो हमारे नियमों का पालन करते हैं। अगर आप सेबी के रेगुलेशन वाली इकाइयों के साथ पार्टनरशिप करना चाहते हैं, तो प्लीज हमारे साथ रजिस्टर करें।'
फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर (finfluencer) सोशल या डिजिटल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिये निवेश से संबंधित अलग-अलग विषयों मसलन सिक्योरिटीज में निवेश, पर्सनल फाइनेंस, बैंकिंग प्रॉडक्ट्स, इंश्योरेंस और रियल एस्टेट निवेश को लेकर सलाह मुहैया कराते हैं। माना जाता है कि फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर अपने फॉलोअर्स को इंफ्लुएंस करने की क्षमता रखते हैं।
हाल में एक्स (X), यूट्यूब (YouTube) और इंस्टाग्राम (Instagram) पर इंफ्लुएंसर द्वारा बिना वैलिड लाइसेंस के स्टॉक संबंधी सलाह देने और रिटर्न के मामले में अनाप-शनाप वादा करने आदि का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। मनीकंट्रोल (Moneycontrol) की जांच में पता चला कि ऐसे कई
फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर सेबी के साथ रजिस्टर्ड ब्रोकिंग फर्मों या म्यूचुअल फंड हाउसों से भी जुड़े थे। रिटेल इनवेस्टर्स को इस धोखे से बचाने के मकसद से मार्केट रेगुलेटर ने 25 अगस्त को कंसल्टेशन पेपर जारी किया था। इसमें बिना रजिस्ट्रेशन वाली इकाइयों पर पाबंदी लगाने से जुड़े प्रस्ताव पर लोगों से राय मांगी गई है।
बुच ने उन प्लैटफॉर्म को भी आड़े हाथों लिया जो ट्रेडिंग को आसान बताकर निवेशकों को लुभाते हैं। उन्होंने कहा, 'आप ऐसा प्रॉडक्ट बनाते हैं, जो लोगों को लुभाता है और वे अपनी मेहनत की कमाई गंवा देते हैं। क्या आप अपनी सास को इस सर्विस का सुझाव देंगे?' सेबी की एक स्टडी के मुताबिक, 10 में से 9 इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेडर को अपना पैसा गंवाना पड़ता है।
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