Share Market Rise: शेयर बाजार में इन 4 वजहों से लौटी रौनक, सेंसेक्स 500 अंक उछला, निफ्टी भी 25,200 के पार
Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजारों में आज 15 जुलाई को शानदार तेजी देखने को मिली। इसके साथ ही बाजार में पिछले तीन दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया। कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स 490.16 अंक या 0.59% चढ़कर 82,743.62 के स्तर तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 162.9 अंक या 0.64% बढ़कर 25,245.20 के स्तर पर जा पहुंचा
Share Market Rise: आईटी सेक्टर में हाल की गिरावट के बाद निवेशकों ने फिर से दिलचस्पी दिखाई
Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजारों में आज 15 जुलाई को शानदार तेजी देखने को मिली। इसके साथ ही बाजार में पिछले तीन दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया। कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स 490.16 अंक या 0.59% चढ़कर 82,743.62 के स्तर तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 162.9 अंक या 0.64% बढ़कर 25,245.20 के स्तर पर जा पहुंचा। खुदरा महंगाई के छह साल के निचले स्तर पर आने और ग्लोबल मार्केट से अच्छे संकेतों के चलतेनिवेशकों ने जमकर खरीदारी की।
निफ्टी पर हीरो मोटोकॉर्प, सन फार्मा, बजाज ऑटो, आयशर मोटर्स और इंडसइंड बैंक के शेयरों में 4% तक की तेजी देखने को मिली। आइए जानते हैं शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे के 4 बड़े कारण-
1. रेपो रेट में कटौती की उम्मीद
कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर जून में घटकर 2.1% पर आ गई। यह इसके पिछले महीने मई 2025 में 2.82% और पिछले साल जून 2024 में 5.08% थी। नवंबर 2024 से ही खुदरा महंगाई दर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रीह है। नेशनल स्टैटिस्टिकल्स ऑफिस (NSO) के मुताबिक, इस गिरावट का मुख्य कारण खाने-पीने से जुड़ी चीजों की कीमतों में आई कमी है। बेहतर मानसून के चलते फूड इंफ्लेशन घटा है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, “जून में CPI महंगाई दर के 2.10% तक गिरना एक महत्वपूर्ण मैक्रो ट्रेंड है। अब ऐसा लगा रहा है कि मौजूदा वित्त वर्ष 2026 के दौरान महंगाई दर RBI के तय 3.7% के अनुमान से भी कम रह सकता है। इससे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं।”
2. ग्लोबल बाजारों से मिला सपोर्ट
एशियाई शेयर बाजारों में भी आज मजबूती देखने को मिली। जापान का Nikkei 225 और हांगकांग का Hang Seng हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे। वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार भी सोमवार को तेजी के साथ बंद हुए। वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स में भी अच्छी शुरुआत के संकेत दिखे हैं। ग्लोबल मार्केट में इस पॉजिटिव रुख से भारतीय बाजारों को भी सहारा मिला।
3. कच्चे तेल की कीमतों में नरमी
ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स की कीमतों में मंगललाव को 0.39% की गिरावट देखी गई और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में 68.94 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। हाल ही में यह कीमत 71 डॉलर के ऊपर चली गई थी। भारत अपनी जरूरत का अधिकतर कच्चा तेल विदेशों से खरीदता है, इसलिए तेल की कीमतों में गिरावट से महंगाई पर दबाव घटता है और व्यापार घाटा भी नियंत्रित रहता है।
4. आईटी शेयरों में खरीदारी
आईटी सेक्टर में हाल की गिरावट के बाद निवेशकों ने फिर से दिलचस्पी दिखाई। Nifty IT इंडेक्स में चार दिन की गिरावट के बाद 1% तक की बढ़त देखने को मिली। दोपहर 12:10 बजे तक यह इंडेक्स 0.56% की बढ़त के साथ 37,480.80 पर कारोबार कर रहा था। HCL टेक्नोलॉजीज को छोड़कर लगभग सभी प्रमुख आईटी कंपनियों के शेयर हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे।
इंफोसिस, विप्रो और LTIMindtree में 2% तक की तेजी आई। हाल ही में TCS के कमजोर Q1 नतीजों के बाद आईटी स्टॉक्स पर दबाव था, लेकिन अब निवेशकों को उम्मीद है कि आगे चलकर मांग में कुछ सुधार हो सकता है।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट्स, आनंद जेम्स का कहना है कि हालिया गिरावट 200-दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) के पास आकर धीमी पड़ गई है।
उन्होंने कहा, "200-दिनों के SMA के करीब आते ही गिरावट की रफ्तार थमी है, जबकि ब्रॉडर मार्केट में भी थोड़ी मजबूती के संकेत दिखे हैं। हालांकि, तेज रिकवरी के अभी साफ संकेत नहीं हैं। ऊपर की ओर बढ़ने की कोशिशें 25,170 या 25,220 के पास दब सकती हैं। अगर बाजार सीधे तौर पर इन स्तर से ऊपर निकलता है, तो तेजी का संकेत मिलेगा और फिर नजर 25,420 पर रहेगी। लेकिन इसकी संभावना कम है। वहीं, 24,920 के नीचे तेज गिरावट की उम्मीद भी फिलहाल नहीं है।"
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