टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Tata Consumer Products Ltd) ने मंगलवार की शाम अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए। Q3 में कंपनी का परफॉर्मेंस उत्साहजनक नहीं दिख रहा है। शॉर्ट टर्म में कंपनी का बेहद कम मार्जिन इसके निवेशकों के लिए चिंता का सबब है। यही कारण है कि 12 जनवरी, 2021 को 52 वीक के ऑल-टाइम हाई 635 रुपये प्रति शेयर पर पहुंचने के बाद से कंपनी से स्टॉक्स में अब तक 8% से अधिक की गिरावट आई है। जबकि, 2020 में कंपनी सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में शामिल थी और इसके स्टॉक्स में 84% की भारी उछाल आई थी।
हालांकि, ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी का वैल्यूएशन अभी भी हाई है और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के शेयर FY2022 की एस्टिमेटेड अर्निंग के आधार पर अभी 47 गुना पर ट्रेड कर रहे हैं। इंवेस्टमेंट फर्म JM Financial Institutional Securities Ltd ने कहा कि नियर टर्म फॉरकास्ट के आधार पर कंपनी के स्टॉक अभी महंगे हैं। फर्म ने कहा कि कंपनी के Q3 के नतीजे इंप्रेस करने में कामयाब नहीं हुए हैं।
ऐसे रहे नतीजे
दिसंबर तिमाही में Tata Consumer Products Ltd का रेवेन्यू कलेक्शन उम्मीद से बेहतर रहा है, लकिन इसके मार्जिन ने बहुत निराश किया है। कंपनी के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 23% की बढ़ोतरी हुई। चाय पत्ती की कीमतों में तेजी के कारण बिजनेस कंडीशन आसाना नहीं था, जिससे कंपनी के स्टैंडअलोन प्रॉफिट मार्जिन में 840 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई। जबकि कंपनी का कंसोलिडेटेड ग्रॉस मार्जिन 574 बेसिस प्वाइंट गिरकर 37.8% रहा।
इस नतीजे के देखते हुए इंवेस्टमेंट फर्म Kotak Institutional Equities के विशेषज्ञों ने टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के FY2021-23E के लिए अर्निंग पर शेयर को 3 से 7% तक कम रहने का अनुमान लगाया है। हालांकि दिसंबर तिमाही में कंपनी का EBITDA मार्जिन बेहतर रहा है। कंपनी ने Kottaram Agro Foods में 100% हिस्सेदारी खरीदने का एग्रीमेंट किया है, जिसका ब्रांड Soulfull काफी प्रसिद्ध है। इससे कंपनी के बिजनेस को और विस्तार मिलने की उम्मीद है।
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