दुनिया की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में शामिल अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) के फाउंडर जैक मा (Jack Ma) लंबे समय तक गायब रहने के बाद एक बार फिर नजर आए हैं। अरबपति जैक मा पिछले साल के आखिर में अपनी कंपनियों के खिलाफ नियामकीय कार्रवाई शुरू होने के बाद लंबे समय तक गायब रहे।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, वह काफी समय बाद एक बार फिर सार्वजनिक रूप से हांगकांग में नजर आए हैं। उन्होंने वहां अपने कारोबारी सहयोगियों से मुलाकात भी की। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के सबसे प्रसिद्ध कारोबारी मा पिछले हफ्ते हांगकांग में डिनर पर कुछ व्यापारिक सहयोगियों से मिले।
IMF चीफ को जॉब बचाने के बाद करना होगा बड़ी चुनौतियों का सामना
दरअसल, अक्टूबर 2020 में शंघाई में एक भाषण के दौरान जैक मा ने चीन के फाइनेंशियल रेग्युलेटर्स (Chinese Financial Regulators) की आलोचना कर दी थी। इसके बाद उनके और उनकी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गईं।
चीनी सरकार खासकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नाराजगी के बाद से ही जैक मा सार्वजनिक जीवन में नजर नहीं आ रहे थे। इतना ही नहीं, जैक मा का कारोबारी साम्राज्य भी सरकार के निशाने पर है।
मा ने चीन के बैंकिंग सिस्टम की आलोचना करते हुए उसे पुराना और घिसापिटा करार दिया था। उन्होंने बीते अक्टूबर में चीन के सरकारी बैंकों पर सूदखोर सेठों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वो सिर्फ उन्हीं को लोन देते हैं जो बदले में कुछ गिरवी रखें। इसके बाद वे आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे।
चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ बोलने के बाद जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के मेगा आईपीओ को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसके चलते जैक मा को काफी नुकसान उठाना पड़ा था।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook (https://www.facebook.com/moneycontrolhindi/) और Twitter (https://twitter.com/MoneycontrolH) पर फॉलो करें.
