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70-90 घंटे नहीं अब कीजिए 120 घंटे काम! एलॉन मस्क ने तो 'वर्क लाइफ बैंलेस' की हवा निकाल दी

इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने हफ्ते में 70 घंटे काम की वकालत की तो लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एस एन सुब्रह्मयण, उनसे आगे निकलकर 90 घंटे काम की बात कही। अब ऐसा लगता है कि दुनिया का सबसे अमीर बिजनेसमैन एलॉन मस्क ने अपनी डिक्शनरी से 'वर्क लाइफ बैलेंस'शब्द गायब ही कर दी है। काम करवाने के मामले में एलॉन मस्क तो नारायण मूर्ति और एस एन सुब्रह्मयण से तो इतना आगे निकल गए है कि उन्हें पकड़ पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है

अपडेटेड Feb 04, 2025 पर 8:39 PM
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नारायण मूर्ति से भी आगे निकले एलन मस्क

Elon Musk 120 hours Work : भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में 'वर्क लाइफ बैलेंस' के खिलाफ उल्टी गंगा बहती हुई दिख रही है। ऐसा लगता है कि देश की कई कंपनियों की डिक्शनरी से 'वर्क लाइफ बैलेंस'शब्द गायब ही हो गया है। पिछले साल देश के सबसे बड़ी कंपनियों में से एक इन्फोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी फिर लार्सन एंड टुब्रो (Larsen & Toubro) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने अपने कर्मचारियों को हफ्ते के सातों दिन काम करने को लेकर अपनी बात रखी। वहीं अब दुनिया के सबसे बड़े बिजनेसमैन एलॉन मस्क ( Richest Man in the World) नारायण मूर्ति और एसएन सुब्रह्मण्यन से चार गुना आगे पहुंच गए हैं।

मस्क के बयान से आया तूफान

70 और 90 घंटे काम की बहस चल ही रही थी कि दुनिया का सबसे अमीर उद्योगपति एलन मस्क ( Elon Musk) ने 120 घंटे काम की वकालत कर दी। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप सरकार में एलन मस्क को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। एलन मस्क को ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE)का चीफ बनाया गया है। सरकारी खर्चों को कम करने के लिए काम करने वाली इस विभाग के मुखिया एलन मस्क हफ्ते में 120 घंटे काम करने की वकालत कर रहे हैं। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में, टेस्ला के सीईओ ने कहा कि हमारा सरकारी विभाग 120 घंटे काम कर रहा है। वहीं हमारा नौकरशाह वर्ग सप्ताह में 40 घंटे ही काम कर रहा है। यही वजह है कि वे तेजी से पीछ जा रहे हैं, अपनी इस पोस्ट के सहारे उन्होंने ये बताने की कोशिश की कि वो और उनकी टीम 120 घंटे काम कर रहे हैं।


सोशल मीडिया पर जमकर रिएक्ट कर रहे लोग

बता दें कि मस्क के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तूफान मचा हुआ है। सोशल मीडिया यूजर्स, 120 घंटे काम को लेकर मस्क की काफी आलोचना भी कर रहे हैं। एक यूजर ने उनसे पूछा,

अगर 120 घंटे काम करने का औसत निकाले तो ये 17 घंटे प्रतिदिन बैठता है। इसी पोस्ट को देख ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि वो बाकी लोगों को भी 120 घंटे काम करने की सलाह दे रहे हैं। . कई यूजर्स ने कहा कि सप्ताह में 40 से 45 घंटे से ज़्यादा काम करने वाले लोग अपने परिवार के साथ समय नहीं बिता पाते हैं. कई यूजर्स ने कहा, "120 घंटे काम करने वाले लोग अपने परिवार के साथ कैसे समय बिता पाते हैं? बता दें कि भारत में भी 70-90 घंटे काम को लेकर खूब बहस चली है।

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