भारत और कनाडा के संबंधों के बीच चल रही टेंशन के बीच अब खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर को लेकर नया और चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। इस नए खुलासे के मुताबिक खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) के साथ लगातार कॉन्टैक्ट में था। यहां तक कि जून में निज्जर अपनी हत्या से छह पहले सीनियर ऑफिसर्स से मुलाकात की थी। यह दावा खुद निज्जर के बेटे ने किया है।
CSIS के कॉन्टैक्ट में था निज्जर
CNN न्यूज 18 में छपी खबर के मुताबिक निज्जर के 21 साल के बेटे बलराज सिंह ने अपने बयान में दावा किया कि उनके पिता ने फरवरी के बादल CSIS के अधिकारियों से मिलना शुरू कर दिया था और उनकी हत्या के दिन बाद भी उनकी मीटिंग की प्लानिंग थी। अब इस दावे के बाद बारतीय खूफिया एजेंसियों को निज्जर के अपने डेली टाइम पर गुरुद्वारे ना जाने और सार्वजनिक रूप से देखे जाने से बचने की सलाह के बारे में गंभीर सवाल उठाने का बल मिला है। एजेसिंयो ने ऐसा सवाल किया है कि भारतीय एजेंटों के खिलाफ विश्वसनीय खुफिया जानकारी उपलब्ध थी तो निज्जर को नजदीकी सुरक्षा क्यों नहीं दी गई।
ISI का सपोर्ट कर रहा है कनाडा
सूत्रों ने कहा कि निज्जर को सुरक्षा नहीं देने के फैसले से पता चलता है कि किसी तरह से कनाडाई लोगों ने भी ISI का सपोर्ट किया और निज्जर के हत्यारों तक पहुंच उपलब्ध कराई। सूत्रों ने कहा है कि निज्जर के किसी परिचित के बिना उस तक पहुंचना मुकिन नहीं था। क्योंकि वह काफी सतर्क था। भारत को बैकफुट पर लाने के लिए उसकी हत्या करने की साजिश रची गई थी। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक राहत राव और तारिक कियानी इन दो ISI एजेंटो को निज्जर की हत्या का काम दिया गया था। मीडिया खबरों के मुताबिक राहत राव और तारिक कियानी ने ड्रग और इमाग्रेशन के बिजनेस को कंट्रोल करने के लिए निज्जर की हत्या को अंजाम दिया।