Gold Rate: साल 2025 सोने के लिए ऐतिहासिक साल साबित हो रहा है। इस साल अब तक गोल्ड ने 50 से ज्यादा ऑल-टाइम हाई बनाए हैं और इसकी कीमतों में 60% से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है। दुनिया भर में जारी भू-राजनीतिक तनाव, कमजोर होता डॉलर, गिरती ब्याज दरें और निवेशकों का सुरक्षित विकल्पों की ओर झुकाव इन सबने मिलकर सोने को नया ऊंचा स्तर दिया है।
अब साल खत्म होने में समय बाकी है और बाजार में उतार-चढ़ाव तेज बना हुआ है। ऐसे में नजरें 2026 पर टिक गई हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने अपनी Gold Outlook 2026 रिपोर्ट में बताया कि आने वाले साल में सोने की कीमतें किस दिशा में जा सकती हैं।
अगर अमेरिका में हल्की मंदी आती है
अगर गहरी वैश्विक मंदी आती है
यह सोने के लिए सबसे फायदेमंद स्थिति होगी। अगर दुनिया में बड़ी आर्थिक गिरावट आती है और तनाव बढ़ता है, तो निवेशक तेजी से सुरक्षित एसेट्स की ओर भागेंगे। इस स्थिति में सोने की कीमतें 15–30% तक उछल सकती हैं। अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था उम्मीद से ज्यादा मजबूत रहती है। अगर अमेरिका अच्छा प्रदर्शन करता रहा और ब्याज दरें बढ़ने लगीं, तो गोल्ड पर दबाव आ सकता है। इसमें कीमतें 5–20% तक गिर सकती हैं क्योंकि निवेशक पैसा शेयर मार्केट जैसे रिस्की एसेट्स में डाल सकते हैं।
दो बड़े फैक्टर जो 2026 का रुख सकते हैं बदल
उभरती अर्थव्यवस्थाओं के पास अभी भी विकसित देशों की तुलना में कम गोल्ड रिजर्व हैं। अगर तनाव बढ़ा, तो ये देश बड़ी मात्रा में सोना खरीद सकते हैं, जिससे कीमतें ऊपर जा सकती हैं।
इस साल भारत में लगभग 200 टन सोना गिरवी रखा गया है। अगर लोग आर्थिक दबाव में पुराना सोना बेचने लगें या नई ज्वेलरी की जगह पुराने गहने एक्सचेंज करें, तो बाजार में सप्लाई बढ़ेगी और कीमतें कुछ नरम पड़ सकती हैं।
IBJA की वाइस प्रेसिडेंट अक्षा कम्बोज के मुताबिक, अभी सोने की कीमत 1,28,592 रुपये है। पिछले हफ्ते की तेजी के बाद हल्की गिरावट आई थी, लेकिन वह अस्थायी साबित हुई। निवेशक फिर से खरीदारी कर रहे हैं और ग्लोबल संकेतों के कारण रुझान अभी भी मजबूत बना हुआ है।