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पहली बार जॉब लगी है? जानिए सेविंग्स की शुरुआत करने में किन बातों का रखें ख्याल

जॉब लगते ही पर्सनल फाइनेंस के बारे में सोचना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आज युवाओं को पहली नौकरी में ही अच्छे पैकेज ऑफर हो रहे हैं। ऐसे में उनके पास सेविंग्स और इनवेस्टमेंट की गुंजाइश पहले के मुकाबले काफी ज्यादा है

अपडेटेड May 19, 2024 पर 6:48 PM
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म्यूचुअल फंड्स में SIP के जरिए निवेश करना सबसे आसान है।

नौकरी लगते ही फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर देना बेस्ट एप्रोच है। आज कई सेक्टर में शुरुआती नौकरी का पैकेज काफी अट्रैक्टिव है। ऐसे में नौकरी शुरू करते ही सेविंग्स और इनवेस्टमेंट शुरू करने की गुंजाइश बढ़ गई है। करीब दो दशक पहले पैकेज इतने अट्रैक्टिव नहीं थे। इससे नौकरी लगने के बाद भी ज्यादातर लोग सेविंग्स नहीं कर पाते थे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि नौकरी में पैसे तो बढ़ गए हैं, लेकिन सेविंग्स की शुरुआत नहीं करने पर पूरा पैसा खर्च हो जाने का डर रहता है।

जल्द करें निवेश की शुरुआत

इसलिए पहली नौकरी लगते ही सेविंग्स और इनवेस्टमेंट शुरू कर देना समझदारी है। आपको यह तय करना होगा कि आप हर महीने कितने पैसे खर्च करना चाहते हैं और कितने पैसे सेविंग्स और इनवेस्टमेंट के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं। इसके लिए पहला कदम बजट बनाना होगा। आनंद राठी वेल्थ की वीपी और हेड श्वेता रजनी ने कहा कि बजट में आपको रेगुलर खर्च को शामिल करना होगा। इनमें घर का किराया, ऑफिस आनेजाने का खर्च, खानेपीने का खर्च शामिल हैं।


सेविंग्स और खर्च का रेशियो तय करें

उन्होंने कहा कि सेविंग्स और खर्च के बीच रेशियो तय करने से आपको काफी मदद मिलेगी। अगर आपने कोई लोन लिया है तो सबसे पहले उसके पेमेंट पर आपका फोकस होना चाहिए। लोन तभी लें जब बहुत जरूरी हो। युवाओं को लोन के बजाय सेविंग्स के पैसे का इस्तेमाल अपनी इच्छाएं पूरी करने के लिए करना चाहिए। इसकी वजह यह है कि लोन लेने पर उसके इंटरेस्ट पर काफी पैसा चला जाता है। हमें इसका पता नहीं चलता। लेकिन, जब आप लोन अमाउंट और उसे चुकाने पर आए खर्च को जोडेंगे तो इसका पता चलेगा।

SIP से करें निवेश की शुरुआत

रजनी ने कहा कि युवाओं को जितना जल्द हो सके उतना जल्द सेविंग्स और इनवेस्टमेंट शुरू कर देना चाहिए। इसके लिए म्यूचुअल फंड्स में SIP के जरिए निवेश करना सबसे आसान है। एक बार सिप से निवेश शुरू करने पर आपको इसे लंबे समय तक जारी रखना चाहिए। हर साल आपको SIP का अमाउंट बढ़ाने की जरूरत है। इससे कुछ साल के अंदर आपका मंथली सिप अमाउंट अच्छे लेवल पर पहुंच जाएगा।

एसेट एलोकेशन का रखें ध्यान

युवाओं पर जिम्मेदारी कम होती है, जिससे वे ज्यादा पैसे निवेश के लिए डायवर्ट कर सकते हैं। इस दौरान उन्हें एसेट एलोकेशन का ख्याल रखना जरूरी है। उन्हें एसेट एलोकेशन का रेशियो 80:20 रखना चाहिए। इसका मतलब है कि 80 फीसदी पैसा शेयर में लगाया जा सकता है। बाकी 20 फीसदी पैसा फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जा सकता है। इनमें पीपीएफ, बैंक एफडी आदि शामिल हैं।

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