IPL 2025 से सीखें निवेश के सबक: सही से किया अमल, तो हो जाएंगे मालामाल

IPL और निवेश दोनों में धैर्य और रणनीति अहम हैं। शुरुआत में उत्साह, बीच में चुनौतियां और अंत में सही फैसले से ही जीत मिलती है। बाजार में उतार-चढ़ाव आम हैं, लेकिन जो निवेशक घबराते नहीं और लंबे समय तक टिके रहते हैं, वे बेहतर रिटर्न कमाते हैं। सही एसेट अलोकेशन, रिस्क मैनेजमेंट और बाजार के शोर से बचकर निवेश करना ही असली जीत की कुंजी है।

अपडेटेड Mar 20, 2025 पर 6:33 PM
Story continues below Advertisement
निवेश की दुनिया काफी हद तक IPL से मिलती-जुलती है।

Investment lessons from IPL 2025: अगर आप IPL के दीवाने हैं, तो ये नजारा आपको बड़ा जाना पहचाना लगेगा। कुछ मैचों में टीम शानदार खेलती है, तो कुछ में ताश के पत्तों की तरह बिखर जाती है। कभी बारिश मैच का मजा किरकिरा कर देती है, तो कभी आखिरी ओवर में चमत्कार हो जाता है। मजे की बात ये है कि निवेश का खेल भी कमोबेश कुछ ऐसा ही है। अगर आप लॉन्ग टर्म वाला गेम खेलते हैं, मुश्किल हालात में भी मैदान में डटे रहते हैं, तो तभी असली जीत मिलती है। आइए निवेश को IPL की भाषा में समझते हैं।

शुरुआत में धुआंधार बैटिंग

IPL का हर सीजन जब शुरू होता है, तो माहौल गरम होता है। हर टीम के फैंस ट्रॉफी के सपने देखते हैं और शुरुआती मैच तय करते हैं कि किसमें कितना दम है।


निवेश की दुनिया में भी कुछ ऐसा ही होता है। आप किसी नए स्मॉल-कैप स्टॉक में पैसा लगाते हैं या किसी म्यूचुअल फंड के नए ऑफर से जुड़ते हैं। बाजार तेजी पकड़ता है, सेंसेक्स-निफ्टी उछाल मारते हैं, और आपको लगता है कि आप रोहित शर्मा की तरह पुल पर छक्के मार रहे हैं। लेकिन याद रखिए, जैसे ही कोई अप्रत्याशित घटना घटेगी- जैसे कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी, वैश्विक संकट, या फिर मानसून की मार- तो आपके पोर्टफोलियो का भी वही हाल हो सकता है, जो जसप्रीत बुमराह की कातिलाना यॉर्कर पर बल्लेबाज का होता है।

मिडिल ओवर में गेम बनाने का हुनर

IPL में जब मिडिल ओवर्स आते हैं, तो खेल सुस्त पड़ने लगता है। स्टार खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म हो सकते हैं, चोट लग सकती है, और टीम को अपना संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो सकता है।

निवेश भी इसी तरह का सफर है। कभी बाजार में मंदी आती है, कभी महंगाई (Inflation) बढ़ जाती है, और कभी बॉन्ड मार्केट में उथल-पुथल मच जाती है। इस दौरान SIP (Systematic Investment Plan) करने वाले निवेशकों को लग सकता है कि उनका पैसा बेकार जा रहा है। लेकिन याद रखिए, बेहतरीन टीमें इस दौर में घबराती नहीं, बल्कि अपना संतुलन बनाए रखती हैं। कोहली की तरह धैर्य रखते हुए लंबी पारी खेलनी होती है।

रिस्क उठाने वाले को ही मिलता है इनाम

पावरप्ले में बल्लेबाज जोखिम उठाकर बड़े शॉट खेलते हैं। अगर सब सही रहा, तो टीम का स्कोर पलक झपकते 100 के पार पहुंच सकता है। लेकिन अगर गलत फैसला लिया, तो विकेटों की झड़ी भी लग सकती है।

निवेश में भी ऐसे ही मौके आते हैं। छोटे स्टॉक्स, टेक्नोलॉजी कंपनियों या ग्रीन एनर्जी जैसे नए थीम में पैसा लगाना हाई-रिस्क, हाई-रिवार्ड जैसा होता है। भारत के नेट-जीरो टारगेट (2070 तक) ने रिन्यूएबल एनर्जी स्टॉक्स को हॉट बना दिया है, लेकिन उनकी कीमतें उतनी ही तेजी से गिर भी सकती हैं।

2022 का की मिसाल लें। शेयर बाजार और बॉन्ड मार्केट, दोनों बुरी तरह क्रैश हुए थे। बहुत से निवेशक डर गए थे, लेकिन जो टिके रहे, उन्होंने अगले कुछ साल में शानदार रिटर्न कमाया। सबक यही है- एक खराब ओवर या कुछ मुश्किल तिमाहियां खेल खत्म नहीं करतीं। मैदान में सही रणनीति के साथ टिके रहना ही असली जीत है।

भीड़ के शोर से बचना जरूरी

IPL का मजा तभी आता है, जब स्टेडियम में हजारों लोग चिल्लाते हैं। हर चौके-छक्के पर शोर, हर डॉट बॉल पर हूटिंग। लेकिन जो खिलाड़ी इस शोर में नहीं बहते, वही मैच जीतते हैं।

निवेश भी ऐसा ही है। वॉट्सऐप फॉरवर्ड और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें उड़ती रहती हैं- "फलां स्टॉक खरीद लो", "बाजार गिरने वाला है"। अगर आपने भीड़ की सुनी, तो गेम खत्म!

स्मार्ट निवेशक बड़े खिलाड़ियों की तरह शांत रहते हैं और अपना पोर्टफोलियो संतुलित रखते हैं। बड़े, मध्यम और छोटे शेयरों का सही तालमेल, साथ में सोना और रियल एस्टेट जैसी एसेट क्लासेज। आपका मामला सेट हो जाएगा।

मैदान में टिके रहो, तभी मिलेगी जीत

IPL का खिताब एक मैच जीतकर नहीं मिलता, बल्कि पूरी सीजन की प्लानिंग और रणनीति पर निर्भर करता है। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) जैसे फैंस जानते हैं कि ड्रामेटिक कमबैक कैसे किए जाते हैं! पिछला सीजन ही तो इसका गवाह है।

इसी तरह, जो निवेशक बाजार की गिरावट से घबराकर बाहर निकल जाते हैं, वे लॉन्ग टर्म रिटर्न से चूक जाते हैं। सेंसेक्स पिछले एक दशक में 30,000 से बढ़कर 80,000 के पार चला गया है। बीच में कई बार गिरावट आई, लेकिन जो टिके रहे, वे फायदे में रहे।

इसलिए अगली बार जब आपका पोर्टफोलियो गिर जाए, तो इसे IPL सीजन की तरह देखें। उतार-चढ़ाव आएंगे, कुछ मैच हारेंगे, कुछ जीतेंगे, लेकिन जो खेल से बाहर नहीं होगा, वही आखिर में ट्रॉफी उठाएगा।

Suneel Kumar

Suneel Kumar

First Published: Mar 20, 2025 6:33 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।