by Roopali Sharma | OCT 01, 2024
टमाटर की फसल में फल फटना एक आम समस्या है, जो न केवल उपज को कम करता है बल्कि फलों की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है
यदि किसान टमाटर की बुवाई के समय कुछ आवश्यक कदम उठाएं, तो इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है
जब किसान टमाटर की फसल लगाएं, तो बेसल डोज में दिए जाने वाले उर्वरक के साथ 15 से 20 किलो बोरान प्रति हेक्टेयर का प्रयोग करें. इससे फल फटने की समस्या की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है
अगर किसान बुवाई के समय बोरान का प्रयोग नहीं कर सके, तो बाद में 0.2% बोरान का पानी में घोल बनाकर छिड़काव कर सकते हैं. यह भी फल फटने की समस्या से बचने का एक प्रभावी उपाय है
टमाटर की फसल में अत्यधिक पानी देने से भी फल फटने की समस्या हो सकती है. इसलिए किसान यह सुनिश्चित करें कि ओवर वॉटरिंग (अधिक सिंचाई) न करें
इसके अलावा तापमान में अचानक बदलाव या तेज बारिश भी फल फटने का कारण बन सकते हैं, इसलिए इन पर भी ध्यान देना आवश्यक है
टमाटर को नमी से बचाएं, क्योंकि नमी से फटने की संभावना बढ़ जाती है. टमाटर को धूप से बचाएं, क्योंकि धूप से फटने की संभावना बढ़ जाती है
कीटनाशकों का उपयोग करके टमाटर को कीटों से बचाएं. जैविक खेती अपनाकर टमाटर को रासायनिक उर्वरकों से बचाएं
इन उपायों को अपनाकर किसान अपनी टमाटर की फसल को फल फटने की समस्या से बचा सकते हैं और अच्छी गुणवत्ता की उपज प्राप्त कर सकते हैं