Europe New Passport System: अगर आप यूरोप की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ा अपडेट है। यूरोपीय संघ (EU) ने आखिरकार अपना एग्जिट सिस्टम (EES) औपचारिक रूप से शुरू कर दिया है। यह एक नया डिजिटल बॉर्डर कंट्रोल सिस्टम है जो धीरे-धीरे पासपोर्ट पर मुहर लगाने की प्रक्रिया को खत्म कर देगा। आइए आपको बताते हैं क्या है ये नया सिस्टम और इसका क्या होगा असर।
क्या है EES और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
एंट्री/एग्जिट सिस्टम (EES) एक सेंट्रलाइज्ड, ऑटोमेटिक प्लेटफॉर्म है जिसे गैर-यूरोपीय नागरिकों की शेंगेन क्षेत्र में आवाजाही को रिकॉर्ड और ट्रैक करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह EU द्वारा दशकों में किए गए सबसे बड़े सीमा नियंत्रण सुधारों में से एक है। अब हर बार जब कोई गैर-EU यात्री शेंगेन जोन में प्रवेश करेगा या बाहर निकलेगा, तो उनकी जानकारी डिजिटल रूप से लॉग की जाएगी।
इस सिस्टम में फिंगरप्रिंट, फोटो और पासपोर्ट जैसे बायोमेट्रिक और व्यक्तिगत डेटा रिकॉर्ड किए जाएंगे। इससे अधिकारियों के लिए यह जानना आसान हो जाएगा कि कोई यात्री शेंगेन क्षेत्र में कितने समय तक रुका है और क्या उसने अपने वीजा की समय सीमा का उल्लंघन किया है। नए सिस्टम से EU का लक्ष्य बॉर्डर पर पहचान की धोखाधड़ी को कम करना और आतंकवादियों/अवैध प्रवासियों को शेंगेन क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकना है।
किन पर लागू होगा यह नया सिस्टम?
EES शेंगेन क्षेत्र में प्रवेश करने वाले सभी गैर-EU नागरिकों पर लागू होता है, जिनमें भारतीय यात्री भी शामिल हैं। शेंगेन जोन में फिलहाल 29 देश शामिल है। यह सिस्टम कुछ यात्रियों पर लागू नहीं होगा, जिनमें EU के नागरिक, आयरलैंड और साइप्रस के नागरिक, वेटिकन सिटी के पासपोर्ट धारक, और अध्ययन या रिसर्च के लिए आने वाले गैर-EU नागरिक शामिल हैं। 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को फिंगरप्रिंट देने की आवश्यकता नहीं होगी।
यात्रियों के लिए क्या है नया प्रोसेस?
EES के तहत रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस फ्री है और इसके लिए पहले से रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होती है। यात्रियों को हवाई अड्डों, ट्रेन स्टेशनों और सीमा चौकियों पर स्थापित सेल्फ-सर्विस कियोस्क पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। उन्हें अपना पासपोर्ट स्कैन करना होगा, फिंगरप्रिंट सबमिट करने होंगे, और अपनी तस्वीर खिंचवानी होगी। सिस्टम ऑटोमेटिक रूप से प्रवेश और निकास की तारीख, समय और स्थान रिकॉर्ड करेगा।
जो यात्री बायोमेट्रिक डेटा प्रदान करने से इनकार करेंगे, उन्हें शेंगेन क्षेत्र में प्रवेश से रोक दिया जाएगा। एक बार शेंगेन क्षेत्र के अंदर प्रवेश करने के बाद, सदस्य देशों के बीच यात्रा करने पर दोबारा रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी।