बाजार में ये राहत रैली या तेजी की बहाली है? स्ट्रीट अभी तक इस पर निश्चित नहीं है। ध्यान दें कि दिसंबर में बड़े करेक्शन के बाद सेंसेक्स और निफ्टी नई ऊंचाई पर चले गए थे। लेकिन एक महीने बाद, इंडेक्स उस बिकवाली के दौरान बने निचले स्तर से भी नीचे गिर गया। बुल ट्रेडर्स उछाल पर खेलना चाहेंगे, लेकिन परेशानी के पहले संकेत पर निकल जाने के लिए भी तैयार रहेंगे। जहां तक निवेशकों की बात है, तो इन स्तरों पर आक्रामक तरीके से खरीदारी करने का कोई अनिवार्य कारण नहीं है। वैल्यूएशन पहले के स्तरों पर ही हैं। यदि बेहतर रेटिंग वाले कुछ शेयरों में तेजी से गिरावट आती है तो खरीदारी के मौके तलाशे जा सकते हैं।
कंपनी ने शुद्ध मुनाफे में साल-दर-साल 60 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। लेकिन नतीजों में तिमाही आधार पर सुधार देखने को मिला है।
तेजड़ियों का नजरिया : निवेशकों को भरोसा है कि नए एमडी और सीईओ मोहित जोशी मार्जिन में सुधार के लिए कंपनी की योजना को पूरा करने में सक्षम साबित होंगे। घरेलू संस्थागत निवेशक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।
मंदड़ियों का नजरिया : कंपनी को मिली डील्स कमजोर हैं। बड़े प्रतिस्पर्धियों की तुलना में हाई ट्रेलिंग P/E देखने को मिला है। कंपनी का परफॉर्मेंस बहुत हद तक नए सीईओ की रणनीति पर निर्भर कर रहा है।
कंपनी ने Q3FY24 में शुद्ध मुनाफे में सालाना 63 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
तेजड़ियों का नजरिया : पॉपुलर कैटेगरी की तुलना में मजबूत प्रीमियमाइजेशन ट्रेंड प्रेस्टीज और उससे ऊपर की कैटेगरी की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। कंपनी ने दिसंबर में डॉन जूलियो के साथ टकीला सेगमेंट में एंट्री की है। कंपनी के पोर्टफोलियो में ये एक और अल्ट्रा-प्रीमियम एडिशन है।
मंदड़ियों का नजरिया : अतिरिक्त न्यूट्रल अल्कोहल जो कि एक प्रमुख कच्चा माल है, उसकी कीमतें अभी भी महंगी हो रही हैं। वित्त वर्ष 24 में सीमित ऑपरेटिंग मार्जिन ग्रोथ का कारण बनेगी।
तीसरी तिमाही की बैंक के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे।
तेजड़ियों का नजरिया : मैनेजमेंट ने रिटर्न ऑन एसेट और रिटर्न ऑन इक्विटी के अपने पहले के गाइडेंस को क्रमशः 1.2-1.4 प्रतिशत और 14-16 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। एक्सिस सिक्योरिटीज का कहना है कि स्टॉक का भाव उचित है।
मंदड़ियों का नजरिया : रीस्ट्रक्चर्ड बुक से ताजा स्लीपेज बढ़ने से ग्रॉस एनपीए बढ़कर 2,536 करोड़ रुपये हो गया। मार्जिन में धीमी वृद्धि से शुद्ध ब्याज मार्जिन पर दबाव बढ़ सकता है।
फेविकोल निर्माता का Q3 मुनाफा 67 प्रतिशत बढ़कर 511 करोड़ रुपये हो गया।
तेजड़ियों का नजरिया : कंज्यूमर को बिक्री के साथ-साथ ग्रामीण और शहरी बाजारों में बिजनेस में वृद्धि के कारण वॉल्यूम में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मंदड़ियों का नजरिया : कंपनी एक पायलट प्रोजेक्ट के साथ एनबीएफसी सेगमेंट में कारोबार करने की योजना बना रही है। यदि पायलट सफल होता है तो 1 अरब रुपये का आउटफ्लो होगा। निवेशक इसे अनुकूल नहीं मान सकते हैं।
(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें। )