Guru gochar 2026: नए साल में सबसे पहला गोचर चंद्रमा का होगा। ये ग्रह जनवरी 2026 में 2 तारीख को राशि परिवर्तन करेगा। साल की शुरुआत में ही कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है। इन्हीं में से एक देवताओं के गुरु बृहस्पति और मन के कारक चंद्रमा बनाने वाले हैं। पंचांग के अनुसाऱ, नए साल 2026 में गुरुदेव बृहस्पति मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे। वह इस राशि में वक्री अवस्था में होंगे। बृहस्पति नए साल की शुरुआत में ही चंद्रमा के साथ युति करके गजकेसरी राजयोग का निर्माण करेंगे। ये राजयोग करीब 54 घंटे के लिए सक्रिय रहेगा, जसमें कुछ राशि वालों की किस्मत चमक सकती है। इस राजयोग का असर कुछ समय तक रहता है। आइए जानते हैं गुरु-चंद्र की युति से बना गजकेसरी राजयोग किन राशियों के लिए किस्मत का दरवाजा खोलेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा 2 जनवरी 2026 को सुबह 09:25 बजे मिथुन राशि में प्रवेश करेगा और 4 जनवरी 2026 को सुबह 09:42 मिनट तक रहेंगे।
वृषभ राशि : इस राशि के जातकों के लिए गजकेसरी राजयोग काफी अनुकूल साबित हो सकता है। इस राशि के दूसरे भाव में गुरु-चंद्रमा की युति हो रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों के ऊपर इस शक्तिशाली राजयोग का असर अधिक रहने वाला है। लंबे समय से चली आ रही कोई पुरानी बीमारी धीरे-धीरे सही हो सकती है। परिवार में कोई शुभ या मांगलिक काम हो सकता है।
मिथुन राशि : इस राशि की कुंडली में गुरु-चंद्रमा की युति लग्न भाव में हो रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए गजकेसरी राजयोग कई क्षेत्रों में लाभ दिला सकता है। आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। इसके अलावा नौकरी और व्यापार के क्षेत्र में बड़ो की सलाह लेना लाभकारी हो सकता है। शिक्षक, राजनीति या फिर प्रशासन के क्षेत्र में काफी लाभ के योग नजर आ सकते हैं।
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