टाटा मोटर्स ने अक्टूबर में रिटेल सेल्स के मामले में लगातार दूसरे महीने महिंद्रा एंड महिंद्रा और ह्युंडई मोटर इंडिया को पीछे छोड़ दिया है। इसमें जीएसटी रेट में कमी और फेस्टिवल डिमांड का बड़ा हाथ है। 1 नवंबर को वाहन पोर्टल के डेटा के मुताबिक टाटा मोटर्स पैसेंजर्स व्हीकल्स अक्टूबर में कुल 74,705 गाड़ियां बेची। इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल्स शामिल हैं। इसके मुकाबले महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 66,800 गाड़ियां बेची, जबकि ह्यूंडई की रिटेल सेल्स 65,045 यूनिट्स रही। टाटा मोटर्स रिटेल सेल्स के मामले में मारुति सुजुकी के बाद दूसरी नंबर पर रही। मारुति की कुल रिटेल सेल्स 2,38,534 यूनिट्स रही।
फेस्टिव सीजन में टाटा मोटर्स की बिक्री 1,00,000 के पार
Tata Motors ने नवरात्रि (22 सितंबर) से दिवाली (21 अक्टूबर) के 30 दिनों के त्योहारी सीजन में 1,00,000 से ज्यादा गाड़ियां बेची। इनमें 38,000 नेक्सॉन और 32,000 पंच शामिल हैं। कंपनी की धनतेरस और दिवाली पर बिक्री 25,000 यूनिट्स से ज्यादा रही। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के एमडी और सीईओ शैलेश चंद्रा ने इस शानदार प्रदर्शन का श्रेय कंपनी के व्यापक पोर्टफोलियो को दिया था, जिसमें कार और एसयूवी के कई मॉडल्स शामिल हैं।
गाड़ियों की बिक्री के लिहाज से 2025 बेहतर रहने की उम्मीद
उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि इस प्रदर्शन ने इस वित्त वर्ष के बाकी महीनों में बिक्री के संकेत दे दिए है्ं। खासकर तब जब इस साल कंपनी कई गाड़ियां लॉन्च करने जा रही है। कंपनी की गाड़ियों को लेकर ग्राहकों का उत्साह बना हुआ है।" पिछले कुछ सालों में टाटा मोटर्स ने पैसेंजर्स व्हीकल्स के मामले में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है। खासकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के मामले में यह दूसरी ऑटो कंपनियों से काफी आगे है।
टाटा मोटर्स ने सितंबर में बेची थी 41,151 गाड़ियां
इस साल सितंबर में मारुति 1,23,242 गाड़ियों की बिक्री के साथ पहले पायदान पर थी। टाटा 41,151 गाड़ियों की बिक्री के साथ दूसरे पायदान पर थी। महिंद्रा की बिक्री 37,659 यूनिट्स और ह्युंडई की बिक्री 35,812 यूनिट्स थी। सितंबर के मुकाबले मारुति ने अक्टूबर में 93.55 फीसदी ज्यादा गाड़ियां बेची। टाटा ने 81.54 फीसदी, महिंद्रा ने 77.38 फीसदी और ह्युंडई ने 81.63 फीसदी ज्यादा गाड़ियां बेची।
जीएसटी घटने से गाड़ी खरीदने में बढ़ी ग्राहकों की दिलचस्पी
इस साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में जीएसटी में कमी का ऐलान किया था। यह 22 सितंबर से लागू हो गया। 22 सितंबर को नवरात्र का पहला दिन था। इससे नवरात्र और दीवाली के दौरान गाड़ियों की बिक्री में जबर्दस्त तेजी दिखी। भारत में नवरात्र, धनतेरस और दीवाली के मौके पर गाड़ी खरीदना शुभ माना जाता है। जीएसटी के रेट्स में बदलाव के बाद ज्यादातर कारों पर टैक्स 28 फीसदी से घटकर 18 फीसदी रह गया है। इससे गाड़ियों की कीमतों में काफी कमी आई है।