बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां तेज़ हो गई हैं और महागठबंधन यानी INDIA गुट के भीतर सीट बंटवारे को लेकर खींचतान भी होती दिख रही हैं। RJD के नेतृत्व में अब तक पांच बड़ी बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें सहयोगी दलों ने अपनी-अपनी पसंदीदा सीटों की लिस्ट शेयर की हैं। तेजस्वी यादव ने कहा है कि यह मुद्दा जल्द ही सहमति से सुलझ जाएगा, लेकिन अंदर से आ रही खबरें कुछ और ही बयां कर रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी ने घोषणा की है कि वे 60 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और उपमुख्यमंत्री पद की भी मांग की है। हालांकि, VIP के वर्तमान में विधानसभा में कोई विधायक नहीं है, क्योंकि उनके पुराने विधायक BJP में चले गए हैं। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि सहनी की मांग दूसरों के लिए भी बड़ी सीटों की मांग करने की राह खोल सकती है।
महागठबंधन में सबसे मजबूत स्थिति RJD की है, जिसने 2020 में 75 सीटें जीती थीं और इस बार भी इसी संख्या या उससे ज्यादा की दावेदारी पर जोर दे रही है। कांग्रेस इस बार लगभग 50 सीटों की मांग कर रही है, जबकि वामदलों में CPI ने 24 और CPI (ML) ने 40-45 सीटों की लिस्ट पेश की है।
विश्लेषकों का अनुमान है कि अगर सीट बंटवारे पर समय पर सहमति नहीं बनती, तो इससे महागठबंधन के अंदर विवाद और स्थानीय स्तर पर असंतोष बढ़ सकता है। कई छोटे दल ऐसी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, जहां उनका जनाधार कमजोर है, जिससे गठबंधन में तनाव हो सकता है।
इसलिए यह सीट बटवारा तेजस्वी यादव के लिए कड़ी चुनौती है। उन्हें न केवल RJD की बड़ी भूमिका बनाए रखनी है, बल्कि सभी सहयोगी दलों को संतुलित करते हुए महागठबंधन की एकजुटता और चुनावी सफलता भी सुनिश्चित करनी होगी। इस मसले पर गठबंधन की साझा समझ और सहमति ही आगामी चुनाव में उसकी सफलता की कुंजी साबित होगी।