Jan Suraj: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बार मुकाबला सिर्फ NDA और महागठबंधन के बीच नहीं, बल्कि तीसरे मोर्चे जन सुराज के साथ त्रिकोणीय होने जा रहा है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर आज यानी गुरुवार (9 अक्टूबर) को अपनी पार्टी की पहली उम्मीदवार सूची जारी करने जा रहे हैं। इस लिस्ट में 40 सुरक्षित और रणनीतिक सीटों पर उम्मीदवारों के नाम शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस सूची में वही लोग के नाम शामिल होंगे जो प्रशांत किशोर की 'जन सुराज पदयात्रा' से जुड़े रहे हैं। इनमें शिक्षित युवा, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान संगठनों के प्रतिनिधि और ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े स्थानीय चेहरे होंगे। पार्टी का लक्ष्य राजनीति में नए और साफ-सुथरी छवि वाले लोगों को मौका देना है, ताकि जनता को एक अलग और ईमानदार विकल्प मिल सके।
क्या खुद चुनाव लड़ेंगे प्रशांत किशोर?
इस पहली सूची को लेकर सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या प्रशांत किशोर खुद भी मैदान में उतरेंगे? उन्होंने अब तक इस पर कुछ साफ नहीं कहा है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वे सासाराम जिले की करगहर सीट से मैदान में उतर सकते हैं। वहीं, हाल ही में दिए इंटरव्यू में PK ने बताया था कि, "दो ही जगहों से लड़ना चाहिए, एक जन्मभूमि से और दूसरी कर्मभूमि से। जन्मभूमि के हिसाब से मुझे सासाराम के करगहर विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहिए और कर्मभूमि के हिसाब से राघोपुर से।" इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं कि वे या तो करगहर या राघोपुर से चुनाव लड़ सकते हैं।
जातीय समीकरण और राजनीतिक गणित
करगहर क्षेत्र में कुर्मी-कोइरी और ब्राह्मण मतदाता निर्णायक भूमिका में रहते हैं। यहां करीब 50 से 60 हजार कुर्मी-कोइरी और 30 से 35 हजार ब्राह्मण मतदाता हैं। वहीं राघोपुर सीट को लालू परिवार का गढ़ कहा जाता है। अगर प्रशांत किशोर यहां से चुनाव लड़ते हैं, तो यह तेजस्वी यादव के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है।
सभी सीटों पर उतरेगी जन सुराज
प्रशांत किशोर ने पहले ही घोषणा कर दी है कि जन सुराज 243 सीटों में से सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। खास बात यह है कि पार्टी ने लगभग 40 प्रतिशत सीटों पर महिला उम्मीदवार देने का फैसला किया है। उनका कहना है कि यह चुनाव किसी राजनीतिक दल से गठबंधन का नहीं, बल्कि जनता से गठबंधन का होगा।
NDA और महागठबंधन दोनों में सीट बंटवारे पर खींचतान जारी
वहीं दूसरी ओर, NDA और महागठबंधन (INDIA Block) दोनों ही गठबंधन सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बना पाए हैं। महागठबंधन की ओर से VIP प्रमुख मुकेश सहनी बार-बार दावा कर रहे हैं कि सीट बंटवारे का ऐलान आज नहीं तो कल हो जाएगा, लेकिन अब तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। आंतरिक कलह और सीटों की दावेदारी को लेकर लगातार चर्चाएं जारी हैं। वहीं NDA में भी स्थिति कुछ अलग नहीं है, चिराग पासवान की पार्टी LJP (रामविलास) और जीतन राम मांझी की HAM (Secular) पार्टी को लेकर सीटों का पेंच फंसा हुआ है, जिससे गठबंधन की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।