Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राजनीतिक दलों के अंदर टिकट बंटवारे को लेकर घमासान बढ़ता जा रहा है। रविवार (19 अक्टूबर) को पटना में RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास के बाहर मधुबन विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार मदन शाह ने जोरदार हंगामा किया।
मदन शाह ने यह आरोप लगाया है कि उनसे टिकट के बदले पैसे मांगे गए थे। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया, तो पार्टी ने उनका टिकट काटकर डॉ. संतोष कुशवाहा को पैसे लेकर टिकट दे दिया। गुस्से में उन्होंने सड़क पर ही अपना कुर्ता फाड़ लिया, जमीन पर लेटकर रोने लगे और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए।
घटना के दौरान वहां मौजूद लोगों ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में मदन शाह कहते दिख रहे हैं, "मैं सालों से पार्टी के लिए मेहनत कर रहा हूं, लेकिन टिकट पैसों के दम पर बांटा गया है। पार्टी ने समर्पित कार्यकर्ताओं को छोड़कर अमीर लोगों को टिकट दिया है।"
इस दौरान उन्होंने RJD के राज्यसभा सांसद संजय यादव पर भी गंभीर आरोप लगाए, यह कहते हुए कि टिकट की दलाली की गई और पैसे लेकर उम्मीदवार तय किए गए। मदन शाह ने कहा कि "मेरे जैसे कार्यकर्ता जो सालों से पार्टी का झंडा उठा रहे हैं, उन्हें टिकट नहीं दिया गया। पार्टी अब विचारधारा नहीं, धनबल पर चल रही है।"
जैसे ही लालू-राबड़ी आवास के बाहर यह हंगामा हुआ, वहां अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। इसको देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत मदन शाह को हटाया और स्थिति को नियंत्रण में लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और कुछ देर के लिए सड़क पर भीड़ लग गई।
फिलहाल RJD की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब लालू आवास के बाहर टिकट बंटवारे को लेकर हंगामा हुआ हो। पिछले कुछ दिनों से लगातार पार्टी कार्यकर्ता टिकट मांगने या टिकट कटने के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
चुनाव से पहले लालू-राबड़ी आवास अब 'टिकट विवाद का हॉटस्पॉट' बन गया है। कभी कोई नेता नाराज होकर पहुंच जाता है, तो कभी कोई कार्यकर्ता रोता-बिलखता नज़र आता है।
पार्टी के अंदर टिकट वितरण को लेकर चल रही इस नाराजगी ने साफ कर दिया है कि महागठबंधन के अंदर भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर RJD अंदरूनी असंतोष को नियंत्रित नहीं कर पाई, तो इसका सीधा असर चुनाव परिणामों पर पड़ सकता है। वहीं, NDA इस स्थिति का फायदा उठाने की पूरी कोशिश कर रहा है।