Microwave Heating: माइक्रोवेव में पानी और दूध गर्म करना कितना सही? जानें इसके बारे में

माइक्रोवेव में पानी या दूध गर्म करना देखने में बहुत आसान लगता है, लेकिन इसमें कुछ छिपे हुए खतरे भी हो सकते हैं। माइक्रोवेव में चीजें गर्म होने पर तापमान बराबर नहीं रहता। कई बार कुछ हिस्से ज्यादा गर्म हो जाते हैं, जबकि बाकी हिस्से ठंडे रह जाते हैं

अपडेटेड Dec 02, 2025 पर 8:32 PM
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कई बार कुछ हिस्से ज्यादा गर्म हो जाते हैं, जबकि बाकी हिस्से ठंडे रह जाते हैं (Photo: Canva)

आज के समय में माइक्रोवेव हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। माइक्रोवेव में खाने की किसी भी चीज को हम मिनटों में गर्म कर सकते हैं। माइक्रोवेव में पानी या दूध गर्म करना देखने में बहुत आसान लगता है, लेकिन इसमें कुछ छिपे हुए खतरे भी होते हैं जिनका हम अंदाजा नहीं लगा पाते है। एक वैज्ञानिक स्टडी में पाया गया कि माइक्रोवेव में चीजें गर्म होने पर तापमान बराबर नहीं रहता। कई बार कुछ हिस्से ज्यादा गर्म हो जाते हैं, जबकि बाकी हिस्से ठंडे रह जाते हैं। ऐसा होने पर तरल के अंदर कुछ हिस्से बहुत ज्यादा गर्म हो सकते हैं, जबकि बाहर से सब ठीक लगता है। जब आप इसे हिलाते हैं या पीते हैं, तो अचानक जलन का खतरा हो सकता है। इसलिए पानी या दूध माइक्रोवेव में गर्म करते समय हमेशा सावधानी रखना जरुरी होता है, क्योंकि बाहर हल्का गर्म दिखने पर भी अंदर का तापमान काफी ज्यादा हो सकता है।

पानी गर्म करने पर होते हैं खतरे

माइक्रोवेव में सादा पानी गर्म करने पर कई बार सुपरहीटिंग हो जाती है, यानी पानी उबलने के तापमान से ज्यादा गर्म हो जाता है लेकिन ऊपर बुलबुले दिखाई नहीं देते। ऐसे में जब आप उसे हिलाते हैं या उसमें चम्मच, कॉफी या चाय पाउडर जैसी कोई चीज डालते हैं, तो पानी अचानक तेजी से फट सकता है। ये छींटे चेहरे, हाथों या गले तक पहुंचकर गंभीर जलन का कारण बन सकते हैं। इसलिए एक्स्पर्ट सलाह देते हैं कि पानी को माइक्रोवेव में छोटे-छोटे इंटरवल में गर्म करें और उसे छूने या उसमें कुछ मिलाने से पहले थोड़ी देर ठहर जाने दें।


दूध गर्म करने पर होते हैं खतरे

दूध माइक्रोवेव में बहुत असमान रूप से गर्म होता है, क्योंकि इसमें मौजूद प्रोटीन, लैक्टोज और फैट अलग-अलग तरह से सोखते हैं, जिससे तापमान बराबर नहीं रहता। कई बार बाहर से दूध हल्का गर्म लगे, लेकिन अंदर का हिस्सा कई बार काफी ज्यादा गरम हो सकता है। दूध अचानक उबलकर बाहर छींटे मार सकता है, और जलने का खतरा बढ़ जाता है। छोटे बच्चों के लिए फॉर्मूला या दूध गर्म करते समय ये खतरा और बढ़ जाता है, क्योंकि बोतल बाहर से सामान्य दिखती है, पर अंदर के गरम हिस्से बच्चे के मुंह, गले या पाचन तंत्र को जला सकते हैं। इसलिए बेहतर है कि दूध को माइक्रोवेव की बजाय गर्म पानी वाले बर्तन में रखकर धीरे-धीरे गर्म करें। इससे दूध बराबर गर्म होता है और अचानक ज्यादा गरम होने का खतरा कम हो जाता है।

क्या माइक्रोवेव दूध का पोषण कर देता है

दूध को माइक्रोवेव करने से उसका पोषण कम होता है या नहीं, इस पर अभी भी चर्चा जारी है। माइक्रोवेव खतरनाक रेडिएशन नहीं देता, लेकिन उसकी तेज और असमान गर्मी दूध के एंजाइम, प्रोटीन और विटामिन पर असर डाल सकती है। कुछ स्टडीज में पाया गया है कि दूध बहुत ज्यादा या असमान तापमान पर गर्म हो जाए तो B-विटामिन जैसे नाज़ुक पोषक तत्व कम हो सकते हैं। दूध को माइक्रोवेव करने से उसका स्वाद बदल सकता है और प्रोटीन या फैट हल्का जल भी सकता है। ये नुकसान भले ही गंभीर न हो, लेकिन दूध की पौष्टिकता घटा देता है, जो खासकर बच्चों और विशेष डाइट लेने वालों के लिए महत्वपूर्ण है।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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