Fatty Liver: आधुनिक जीवनशैली की वजह से हाई कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और क्रोनिक किडनी जैसी बीमारियां आम हो गई। भारत में लाखों लोग इनसे जूझ रहे हैं। लोगों की डेली बेसिस की आदतें, पौष्टिक फूड की कमी और बढ़ते शुगर व मोटापे के कारण इन रोगों का बोझ और ज्यादा बढ़ रहा है। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि इनोवेटर्स और भारतीय फार्मा कंपनियों ने मिलकर इसके लिए ऐसी दवाइयां ईजाद की है जिनकी मदद से इन बीमारियों से आसानी से बचा जा सकता है।
1. हाई कोलेस्ट्रॉल (Hyperlipidemia)
लंबे समय तक LDL (खराब) कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टेटिन मुख्य ऑप्शन थे। हालांकि अब हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए PCSK9 इन्हिबिटर्स एक गेम-चेंजर के रूप में उभरे हैं। PCSK9 इन्हिबिटर लीवर LDL कोलेस्ट्रॉल को रक्त से साफ करने का काम करता है। ये उस प्रोटीन को ब्लॉक करते हैं जो इस सफाई प्रक्रिया को अक्षम करता है, जिससे लीवर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखता है।
Evolocumab (Repatha): डॉ. रेड्डीज द्वारा Amgen के लाइसेंस के तहत भारत में बेचा किया जाता है। इसकी कीमत ₹19,000–₹21,000 प्रति इंजेक्शन है, जिसमें दो मासिक खुराक का खर्च ₹30,000 से अधिक होता है।
Inclisiran (Leqvio): नोवार्टिस की यह siRNA थेरेपी को स्थानीय ब्रांडों जैसे Sybrava, Crenzlo, Izirize के तहत बेचा जाता है। यह Evolocumab की तरह PCSK9 प्रोटीन को बनने के बाद ब्लॉक करने के बजाय, लीवर को शुरू से ही प्रोटीन बनाने से रोकता है। इसकी साल में केवल दो खुराक की आवश्यकता होती है। एक शॉट की कीमत ₹1.2 लाख है।
2. फैटी लिवर रोग (MASLD/MASH)
भारत में फैटी लिवर जो अब अक्सर MASLD और गंभीर रूप MASH कहलाता है, एक बड़ी पुरानी बीमारी है, जिसका कोई विशेष इलाज नहीं था। हालांकि साल 2024–25 में यह स्थिति बदल गई। Resmetirom (Rezdiffra) को यूएसएफडीए द्वारा पिछले साल लिवर स्कारिंग (फाइब्रोसिस) के इलाज के लिए अनुमोदन मिल गया और यह इसके इलाज की इतिहास की पहली दवा बन गई। यह लिवर में थायरॉइड हार्मोन रिसेप्टर को लक्षित करके लिवर की चर्बी को कम करता है, दागों को ठीक करता है, और LDL कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। यह रोजाना ली जाने वाली गोली अभी तक भारत में लॉन्च नहीं हुई है, लेकिन 2026 में मुख्य पेटेंट समाप्त होने के बाद मोरपेन, डॉ. रेड्डीज, मैनकाइंड जैसे भारतीय खिलाड़ी इसे लॉन्च करने की तैयारी में हैं।
GLP-1 दवाएं: Novo Nordisk की Semaglutide और Eli Lilly की Tirzepatide (मूल रूप से मधुमेह और वजन घटाने के लिए) भी लिवर की चर्बी को कम करने में प्रभावी साबित हुई हैं। इसके साथ ही जाइडस लाइफसाइंसेज की Saroglitazar (Lipaglyn) NASH के लिए ₹1,500–₹2,000 प्रति माह की लागत पर उपलब्ध है, जो एक किफायती विकल्प है।
3. क्रोनिक किडनी रोग (CKD)
CKD एक 'साइलेंट किलर' है, जो मुख्य रूप से शुगर और हाई ब्लडप्रेशर के कारण होता है। एस्ट्राजेनेका की Dapagliflozin (Forxiga) और Boehringer Ingelheim की Empagliflozin (Jardiance) किडनी पर दबाव कम करती हैं और क्षति को धीमा करती हैं। इनोवेटर ब्रांड ₹1,400–₹1,600 प्रति माह हैं, जबकि भारतीय जेनेरिक ₹150–₹300 में उपलब्ध हैं। बायर की Finerenone, एक नॉन-स्टेरॉयडल MRA है, जो विशेष रूप से किडनी में फाइब्रोसिस (स्कारिंग) और सूजन को रोकने के लिए मिनरलोकॉर्टिकॉइड रिसेप्टर्स को ब्लॉक करती है। यह दवा ₹1,400–₹1,800 मासिक खर्च पर उपलब्ध है।
Disclaimer: ये सभी दवाएं प्रिस्क्रिप्शन-आधारित हैं और इन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों के मार्गदर्शन में ही लिया जाना चाहिए।