Vitamin K Deficiency: इन 9 लक्षणों को न करें अनदेखा, हो सकते हैं विटामिन के की कमी का संकेत
Vitamin K Deficiency: हमारा शरीर सेहत की स्थिति का संकेत काफी पहले से देने लगता है। बस हम ही उसे नजरअंदाज करते रहते हैं। शरीर के लिए जरूरी अन्य विटामिनों की तुलना में विटामिन के पर कम बात होती है। लेकिन हमारे शरीर को इसकी भी उतनी ही जरूरत होती है, जितनी अन्य विटामिन की।
शरीर में आमतौर से दिखने वाले कुछ लक्षण विटामिन के की कमी की ओर इशारा करते हैं।
Vitamin K Deficiency: हमारे शरीर के बेहतर रखरखाव में विटामिन के का बहुत अहम रोल है। ये विटामिन हमारी बॉडी में खून के थक्के बनने से रोकता है, ये हड्डियों और दिन की समग्र देखभाल में भी बहुत जरूरी है। हालांकि, शरीर के लिए जरूरी अन्य विटामिनों की तुलना में विटामिन के पर कम बात होती है। लेकिन हमारे शरीर को इसकी भी उतनी ही जरूरत होती है, जितनी अन्य विटामिन की। इसकी मामूली कमी भी आसानी से चोट लगना, लंबे समय तक रक्तस्राव, हड्डियों में कमजोरी और थकान जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। आमतौर पर लोग केवल पत्तेदार सब्जियां खाने से ही पर्याप्त विटामिन के की पूर्ति मान लेते हैं। शरीर को इसकी जरूरत इससे कहीं ज्यादा होती है, क्योंकि ये दो रूपों में आता है के1 (K1), जो उचित रक्त के थक्के जमने में मदद करता है, और के2 (K2), जो यह सुनिश्चित करता है कि कैल्शियम कोमल ऊतकों की बजाय हड्डियों तक पहुँचे। इससे संबंधित एक अध्ययन स्टेटपर्ल्स में प्रकाशित हुआ था। इसके अनुसार, शरीर में आमतौर से दिखने वाले कुछ लक्षण इसकी कमी की ओर इशारा करते हैं। इन्हें समय रहते पहचानना और इसका निदान करना बहुत जरूरी है, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। आइए जानें इसकी कमी के कौन से लक्षण दिखाई देते, जिन्हें जानना जरूरी है।
बार-बार चोट लगना
आसानी से चोट लगना विटामिन के की कमी के शुरुआती और सबसे आम लक्षणों में से एक है। छोटी-छोटी चोटों या मामूली धक्कों से बैंगनी या गहरे रंग के निशान पड़ सकते हैं। अगर आपको बार-बार या असामान्य चोट के निशान दिखाई देते हैं, तो विटामिन के की जांच करना और किसी डॉक्टर से बात करना जरूरी है।
पीरियड्स में भारी रक्तस्राव
पीरियड्स में सामान्य से ज्यादा रक्तस्राव भी विटामिन के की कमी का संकेत हो सकता है। विटामिन के खून के थक्के (ब्लड क्लॉट) बनाने की प्रक्रिया में सहायक होता है, और इसकी कमी से रक्तस्राव ज्यादा समय तक और ज्यादा मात्रा में हो सकता है। इसके अन्य कारणों में विटामिन के की कमी भी है, जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।
नाखूनों के नीचे छोटे क्लॉट
हाथ-पैर के नाखूनों के नीचे काली धारियाँ या छोटे क्लॉट भी इस विटामिन की कमी का इशारा हो सकता है। ये छोटे सफेद धब्बों से अलग होते हैं, जो बिना किसी चोट के बन जाते हैं। हालांकि ये अपने आप में खतरनाक नहीं हैं, लेकिन इनसे पता चलता है कि आपका थक्का बनाने वाला तंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा है।
मसूड़ों से खून आना
विटामिन के की कमी से ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आ सकता है। विटामिन के की कमी होने पर खून की नसें कमजोर हो जाती हैं, जिससे उनमें रक्तस्राव की आशंका बढ़ जाती है। दांतों की देखभाल करने के दौरान अगर मसूड़ों से लगातार खून आना जारी रहता है, तो किसी हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह लेनी जरूरी हो जाती है।
यूरीन या स्टूल में खून आना
स्टूल में लाल धारियां या उसका गहरा रंग, गुलाबी रंग की यूरीन कुछ ऐसे संकेत हैं, जो विटामिन के की कमी से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, ये कई अन्य कारणों से हो सकता है, लेकिन विटामिन के की कमी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इन लक्षणों के लिए तुरंत एक्सपर्ट मेडिकल सलाह लेना जरूरी है।
छोटी चोट से ज्यादा खून बहना
छोटी-मोटी चोट या शेविंग के कट से जरूरत से ज्यादा खून बहना भी विटामिन के की कमी का संकेत हो सकता है। आमतौर से साधारण चोट से प्राथमिक उपचार के बाद खून आना बंद हो जाता है, लेकिन विटामिन के की कमी होने पर लंबे समय तक रक्तस्राव हो सकता है। ये लक्षण अगर लंबे समय तक बना रहे, तो अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेने में देर न करें।
ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों के फ्रैक्चर
विटामिन के2 हड्डियों की सेहत के लिए जरूर है क्योंकि यह उन प्रोटीनों को सक्रिय करता है जो शरीर को कैल्शियम का प्रभावी ढंग से उपयोग करने में मदद करते हैं। विशेष रूप से, ऑस्टियोकैल्सिन कैल्शियम को बांधता है। पर्याप्त के2 के बिना, कैल्शियम का ठीक से समावेश नहीं हो पाता, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।
कोमल ऊतकों का कैल्सीफिकेशन
विटामिन के2 की कमी होने पर हड्डियों के बजाय कोमल ऊतकों में कैल्शियम जमा हो सकता है। यह धमनियों, हृदय वाल्वों या गुर्दों में दिखाई दे सकता है। इसकी वजह से दिल और गुर्दे से संबंधी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। विटामिन के2 का पर्याप्त सेवन कैल्शियम का उचित वितरण बनाए रखता है और लंबे समय में होने वाली दिक्कतों को रोकने में मदद मिल सकती है।
थकान और कमजोरी बने रहना
बेवजह की थकान या कमजोरी भी कभी-कभी विटामिन के की कमी का संकेत हो सकती है। यह शरीर में मामूली रक्तस्राव या कैल्शियम के अपर्याप्त उपयोग के कारण ऊर्जा की बढ़ती मांग के कारण हो सकता है। लगातार थकान, विशेषकर जब अन्य कमी के लक्षणों के साथ हो, तो पोषण संबंधी मूल्यांकन करवाना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें