India-Pakistan Conflict: भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य टकराव के बीच पिछले 24 घंटों में चार जवान शहीद वहीं दर्जनों सैनिक घायल हो गए है। जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान की गोलाबारी और ड्रोन हमलों में सेना के दो जवान, वायुसेना के एक सार्जेंट और BSF के एक सब-इंस्पेक्टर की जान चली गई। रिपोर्ट के अनुसार, मृतक BSF अधिकारी की यूनिट के कई लोग भी घायल हुए हैं। आरएस पुरा इलाके में भारी गोलाबारी के बाद घायल हुए 25 वर्षीय राइफलमैन सुनील कुमार की मौत हो गई। वह जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री से थे। हिमाचल प्रदेश के जेसीओ सूबेदार मेजर पवन कुमार पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में अपनी चौकी के पास तोप का गोला फटने से शहीद हो गए।
एक और घटना में भारतीय वायुसेना के सार्जेंट सुरेंद्र कुमार मोगा की मौत हो गई, जो भारतीय वायुसेना की 36वीं विंग में 36 वर्षीय मेडिकल असिस्टेंट थे। मोगा की मौत एक पाकिस्तानी ड्रोन के टुकड़े की चपेट में आने से हुई, जिसे भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक रोक लिया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार मोगा मूल रूप से बेंगलुरु में तैनात थे और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच उन्हें चार दिन पहले ही उधमपुर में तैनात किया गया था।
आरएस पुरा इलाके में LoC पर तैनात बीएसएफ के एक जवान मोहम्मद इम्तियाज पाकिस्तान की भारी गोलीबारी का शिकार हो गए। इस घटना में उनकी यूनिट के सात सदस्य भी घायल हो गए।
चंद घंटे भी नहीं चला सीजफायर समझौता
पाकिस्तान की ओर से कई दिनों तक हमले करने की कोशिश और भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई के बाद 10 मई शाम 5 बजे से भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता हो गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बीते दिन करीब शाम 6 बजे इसका ऐलान किया। इसका मतलब ये हुआ कि, दोनों देश एकदूसरे पर गोलीबारी या किसी प्रकार से कोई अटैक नहीं करेंगे। हालांकि ये सीजफायर कुछ घंटे भी नहीं चला और अंधेरा होते ही देश के कई हिस्सों से ड्रोन अटैक के साथ गोलीबारी की खबरें आनी शुरू हो गई। रात 10 बजे विदेश मंत्रालय ने इस बात की घोषणा की कि पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ दिया है और भारतीय सेना जवाबी कार्यवाई कर रही है।