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Plane Crash: दोनों इंजन फेल और RAT का बाहर आना, आसमान में उड़ते ही तय हो गई थी तबाही! जानें क्या है ये बला

Air India Plane Crash: एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया। शुरू में जहां लोग मान रहे थे कि यह एक आम तकनीकी खराबी थी, अब वही दुर्घटना एक रहस्यमयी और चौंकाने वाली कहानी बनती जा रही है। इन सभी थ्योरीज का आधार दो वायरल वीडियो थे, जिनमें विमान की लैंडिंग गियर (टायर) उड़ान के दौरान खुले दिखाई दिए और किसी भी इंजन में आग या धुएं का कोई संकेत नहीं था

अपडेटेड Jun 15, 2025 पर 11:04 PM
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Plane Crash: दोनों इंजन फेल और RAT का बाहर आना, आसमान में उड़ते ही तय हो गई थी तबाही! जानें क्या है बला

विमानन विश्लेषक कैप्टन स्टीव का कहना है कि अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की बेहतर रिजोल्यूशन वाली वीडियो फुटेज सामने आई है, जो शायद उस दुर्भाग्यपूर्ण उड़ान के बारे में हमारी जानकारी बदल सकती है। उनके लेटेस्ट वीडियो विश्लेषण के अनुसार, साफ वीडियो साक्ष्य ने शुरुआती सिद्धांतों से ध्यान हटा दिया है, और अब एक संभावित परिदृश्य की ओर संकेत कर रहा है, जहां AI171 अहमदाबाद-लंदन उड़ान के दोनों इंजन एक ही समय में फेल हो गए थे।

एयर इंडिया AI171 दुर्घटना: अब तक हम क्या जानते हैं?

एयर इंडिया की उड़ान AI171 - बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर - गुरुवार, 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई।


विमान में सवार 242 लोगों में से - 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य - 241 की दुर्घटना में मृत्यु हो गई, और केवल एक ब्रिटिश यात्री - 38 साल विश्वाश कुमार रमेश - जो इमरजेंसी एग्जिट रो 11A में बैठा था, बच गया।

पायलट ने उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद "MAYDAY" कॉल दी और 672 फीट की ऊंचाई पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से उसका संपर्क टूट गया।

विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल के पास थी, जिनके पास 8200 घंटों का अनुभव था, और को-पायलट फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिनके पास 1100 घंटों का उड़ान अनुभव था।

एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया। शुरू में जहां लोग मान रहे थे कि यह एक आम तकनीकी खराबी थी, अब वही दुर्घटना एक रहस्यमयी और चौंकाने वाली कहानी बनती जा रही है।

शुरुआती जांच में तीन मुख्य थ्योरी:

हवाई दुर्घटना विशेषज्ञों, पायलटों और जांचकर्ताओं ने सबसे पहले तीन संभावनाओं पर गौर किया:

  • दोनों इंजनों का एक साथ फेल होना — शायद बर्ड हिट या ईंधन में गड़बड़ी के कारण।
  • टेकऑफ के दौरान फ्लैप्स का गलत ढंग से सेट होना।
  • उड़ान के दौरान पायलटों की तरफ से गलती से फ्लैप्स जल्दी समेट लेना।

इन सभी थ्योरीज का आधार दो वायरल वीडियो थे, जिनमें विमान की लैंडिंग गियर (टायर) उड़ान के दौरान खुले दिखाई दिए और किसी भी इंजन में आग या धुएं का कोई संकेत नहीं था।

...लेकिन असली वीडियो ने बदल दी तस्वीर

अब सामने आया एक हाई क्वालिटी वाला ओरिजनल वीडियो — जिसने पूरी जांच की दिशा ही बदल दी। वायरल हुआ पुराना वीडियो दरअसल एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग थी, जो किसी ने फोन पर चलते वीडियो को दूसरे डिवाइस से शूट किया था। इससे कई जरूरी डिटेल्स छूट गई थीं।

कैप्टन स्टीव, एक अनुभवी पायलट, ने बताया, "जो वीडियो सबने देखा, वो असल वीडियो नहीं था। असली फुटेज में विमान के नीचे की सतह साफ दिखती है और उसमें कुछ ऐसा नजर आता है जो सबको चौंका सकता है।"

सामने आया RAT का सच — क्या है Ram Air Turbine?

कैप्टन स्टीव के अनुसार, वीडियो में विमान के नीचे एक छोटा प्रोपेलर नजर आता है — जिसे RAT (Ram Air Turbine) कहा जाता है।

यह एक एमरजेंसी सिस्टम होता है, जो केवल तीन परिस्थितियों में अपने आप बाहर आता है:

  • बड़ा इलेक्ट्रिकल फेलियर
  • हाइड्रॉलिक सिस्टम फेलियर
  • दोनों इंजन बंद हो जाना

RAT के निकलते ही एक खास किस्म की तेज आवाज होती है — जो इस नए वीडियो में सुनाई देती है। यह संकेत देता है कि विमान किसी गंभीर तकनीकी संकट से गुजर रहा था।

एकलौते बचे यात्री की गवाही भी दे रही पुष्टि

हादसे में बचने वाले एकमात्र यात्री विश्वास कुमार रमेश ने बताया कि हादसे से ठीक पहले उन्हें एक तेज धमाका सुनाई दिया और फिर लाइट्स टिमटिमाने लगीं।

कैप्टन स्टीव बताते हैं कि ये दोनों ही घटनाएं RAT सिस्टम के एक्टिव होने पर होती हैं, जब विमान का मुख्य पॉवर सिस्टम बंद होकर इमरजेंसी पावर में ट्रांजिशन करता है।

RAT से क्यों नहीं बचा विमान?

RAT सिस्टम सिर्फ उतनी ही बेसिक पावर और प्रेशर देता है, जिससे विमान को रेडियो, बेसिक कंट्रोल और एक सुरक्षित लैंडिंग की तैयारी दी जा सके — लेकिन ये ऊंचाई पर काम करता है, न कि 500 फीट से नीचे की इमरजेंसी पर।

AI171 केवल 672 फीट की ऊंचाई तक ही पहुंच पाया था। इतनी कम ऊंचाई पर दोनों इंजन बंद हो जाने की स्थिति में RAT भी कुछ नहीं कर सका।

अब सवाल — दोनों इंजन एक साथ कैसे बंद हुए?

अब जांच इस दिशा में जा रही है कि कैसे एक बिल्कुल नया Boeing 787 टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दोनों GE GEnx इंजन एक साथ फेल कर सकते हैं।

पहले माना जा रहा था कि यह बर्ड स्ट्राइक था, लेकिन Aviation Herald जैसी वेबसाइट ने कहा कि रनवे पर किसी पक्षी का कोई अवशेष नहीं मिला। लेकिन अब RAT से जुड़ा नया वीडियो और ऑडियो सबूत इस थ्योरी को फिर से ज़िंदा कर रहे हैं।

सबकी निगाहें अब ब्लैक बॉक्स पर

इस पूरी पहेली को अब केवल ब्लैक बॉक्स ही सुलझा सकता है — जो यह साफ करेगा कि इंजन कब बंद हुए, क्या वाकई RAT ने काम किया, और क्या हादसे की असली वजह मानवीय गलती थी या तकनीकी विफलता?

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